आमीन हुसैन, RATLAM. एमपी में भारत आदिवासी पार्टी के एक मात्र विधायक कमलेश्वर डोडियार इन दिनों सुर्खियों में हैं। सैलाना सीट से जीते कमलेश्वर डोडियार काम को लेकर एक्शन में आ गए है। डोडियार ने अपने विधायकी तेवर दिखाने भी शुरू कर दिए हैं।
बुधवार को वे नगर परिषद के अधिकारियों के सामने तेवर दिखाते नजर आए। उन्होने सफाई कर्मियों की समस्याओं को लेकर अधिकारियों से दो टूक बात की। उनका अब एक और वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमे वह विधायक वाले तेवर में वह नगर पंचायत के अधिकारियों से चेतावनी वाले अंदाज में बात कर रहे है।
डोडियार बोले- किसी को भी सताना मत!
दरअसल, विधायक कमलेश्वर डोडियार बुधवार को सैलाना नगर परिषद के कार्यालय में पहुंचे थे। जहां उन्होने सफाई कर्मचारियों की समस्या को लेकर अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि नगर परिषद ने पांच महिला सफाईकर्मियों को क्यों हटाया? वेतन भी नहीं दिया क्यों?.. इस दौरान विधायक ने अधिकारियों से कहा कि इसको लेकर जबाव चाहिए किसी को भी सताना मत! कमलेश्वर को अपनी भाषा में काम करवाना आता है। बीजेपी, कांग्रेस विधायक पूर्व विधायक किसी का भी कोई दवाब आए तो मुझे बताना। समस्याओं को लेकर विधायक डोडियार ने चेतावनी देते हुए अधिकारियों से कहा कि किसी को भी सताना मत, राजनीति मत करना उलझ जाओगे, मुझे कानून का पालन करवाना आता है, अपनी भाषा में भी समझा दूंगा।
कह देना... हम कमलेश्वर की बहने हैं ...
नौकरी से हटाई गईं महिला सफाईकर्मियों से विधायक डोडियार ने कहा कि काम करो, कोई कुछ कहे तो कहना हम कमलेश्वर की बहने हैं, भाई विधायक है। वहीं डोडियार ने आगे कहा कि दस साल से राजनीति कर रहे हैं। सरकार का भी इलाज करना भी आता है, आप लोग किसी भी दवाब में मत आना, आपके साथ मैं सफाई करने चलूंगा, मैं नाली में उतरूंगा। वहीं विधायक के तेवर देखकर हर कोई हैरान हो गया। चर्चा के दौरान नगर पंचायत के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
भारत आदिवासी पार्टी से विधायक हैं कमलेश्वर
बता दे कि कमलेश्वर डोडियार पूरे प्रदेश में एक मात्र गैर बीजेपी-कांग्रेस विधायक हैं। कमलेश्वर डोडियार ने भारत आदिवासी पार्टी के टिकट पर सैलाना सीट से चुनाव लड़ा था। और बड़ी जीत दर्ज की है। डोडियार सबसे कम सम्पत्ति वाले विधायक भी हैं। विधायक बनने के बाद वे अपने साले की बाइक से भोपाल पहुंचे थे और सुर्खियों में आए थे। डोडियार रतलाम से बाइक चलाकर विधानसभा में दस्तावेज जमा कराने के लिए भोपाल पहुंचे थे।