KUCHAMAN. राजस्थान के नए जिले डीडवाना-कुचामन जिले में 70 साल के संत मोहन दास की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। वारदात कुचामन थाना क्षेत्र के रसाल गांव में स्थित हरिराम बाबा की बगीची में हुई है। सोमवार सुबह जब लोग आश्रम पहुंचे तो संत मोहन दास का शव फर्श पर पड़ा हुआ था। उनके हाथ और पैर रस्सी से बंधे थे। परिजनों और ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की जांच करते हुए शव को राजकीय अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया है।
सबसे पहले नरसिंह नाम के श्रद्धालु ने देखा संत का शव
बताया जा रहा है कि सोमवार (14 अगस्त) सुबह करीब 8 बजे नरसिंह नाम का श्रद्धालु हरिराम बाबा की बगीची में पहुंचा था। जहां उसने संत को आवाज लगाई तो वो नहीं मिले। वह जब मंदिर के पीछे बरामदे की तरफ गया तो वहां उसे मोहन दास का शव बिस्तर के नजदीक फर्श पर पड़ा दिखाई दिया। संत के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे। मुंह और आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी। संत के शव के पास ही खून बिखरा हुआ था। जिसके बाद नरसिंह ने तुरंत ग्रामीणों को सूचना दी। संत की हत्या की खबर लगते ही सनसनी फैल गई। जिसके बाद मौके पर ग्रामीण जुटे और पुलिस को सूचना दी गई।
रात को आश्रम में अकेले थे संत मोहन दास
पुलिस की पूछताछ में मोहन दास के भतीजे त्रिलोक राम (32 साल) ने बताया कि रविवार की रात 8 बजे तक मोहन दास ग्रामीणों के साथ बातचीत कर रहे थे। इसके बाद वह सोने के लिए अपने कमरे में चले गए। ग्रामीण भी बगीची से अपने घर की ओर चले गए। आश्रम में रात में उनके अलावा कोई नहीं था। सुबह नर सिंह से पता चला कि उनकी डेड बॉडी मिली है।
आश्रम में 14 साल से सेवा कर रहे थे संत मोहन दास
जानकारी के अनुसार हरिराम बाबा की बगीची के भैरूबाबा के मंदिर में संत मोहन दास 14 साल से सेवा कर रहे थे। संत मोहन दास का परिवार गांव में रहता हैं। उनके परिवार में पत्नी, 3 बेटे और 1 बेटी है। मोहन दास रात में अकेले ही आश्रम में रहते थे। दिन में दो चेले उनके साथ रहते थे, जो रात को गांव की गोशाला में सोने चले जाते हैं। सुबह 8 से शाम 8 बजे तक आश्रम में गांव और आस-पास के लोगों का आना-जाना लगा रहता था। रविवार रात को भी मोहन दास आश्रम में अकेले ही थे।
हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग
संत मोहन दास की हत्या की खबर लगते ही ग्रामीण अस्पताल में मॉर्च्युरी के बाहर पहुंचने लगे। संत की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की है। महाराज के भतीजे त्रिलोक राम और परिजनों ने हत्या के आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। परिजनों का कहना है कि जब तक पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती है तब तक वो शव नहीं लेंगे।
चोरी के मकसद से हत्या किए जाने की आशंका
डीडवाना-कुचामन जिला एसपी प्रवीण कुमार ने बताया शुरुआती जांच में चोरी के मकसद से हत्या का मामला लग रहा है। संत के परिजनों ने शिकायत दी है। पोस्टमार्टम के लिए शव को कब्जे में लिया है। फिलहाल आरोपियों के बारे में जानकारी नहीं है। जांच की जा रही है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
अत्यंत दुःखद !
कुचामन के रसाल गांव स्थित हरिराम बाबा बगीची के संत श्री मोहनदास जी महाराज की निर्मम हत्या कर दी गई है। पिछले साढ़े चार वर्षों में संत समाज पर लगातार हमले कांग्रेस सरकार की निकृष्ट नीति का परिणाम है। साधु-संतों की हत्या का ये पाप गहलोत सरकार के सिर पर है।
मेरा…
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 14, 2023
वसुंधरा राजे ने सीएम गहलोत पर साधा निशाना
संत मोहनदास की हत्या को लेकर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर कहा- अत्यंत दुःखद !कुचामन के रसाल गांव स्थित हरिराम बाबा बगीची के संत श्री मोहनदास जी महाराज की निर्मम हत्या कर दी गई है। पिछले साढ़े चार वर्षों में संत समाज पर लगातार हमले कांग्रेस सरकार की निकृष्ट नीति का परिणाम है। साधु-संतों की हत्या का ये पाप गहलोत सरकार के सिर पर है।