कमलेश सारडा, NEEMUCH. प्रदेश पूर्व कार्यसमिति सदस्य समंदर पटेल ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। इस दौरान वे प्रेसवार्ता में बीजेपी पर अपने कार्यकर्ताओं की अपेक्षा करने का आरोप लगाया। पटेल ने कहा कि मंत्री सकलेचा ने मेरे बीजेपी ज्वाइन करने के बाद से मुझे कहीं उचित मंच नहीं दिया। इसके साथ ही मेरे कार्यकर्ताओं की अपेक्षा की। इतना ही नहीं उनके खिलाफ बेवजह केस दर्ज किया गया और चुन-चुन कर कार्यवाही की गई जिस वजह से बीजेपी में जाने के बाद मेरा दम घुटने लगा। इस मामले पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिराज सिंधिया से भी मेरी चर्चा भी हुई। उन्होंने मुझे आश्वस्त किया की बीजेपी में मैं आपके साथ हूं लेकिन उपेक्षा के चलते मुझे बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में जाने का निर्णय लेना पड़ रहा है।
मंत्री सकलेचा भ्रष्टाचार में लिप्त है
पटेल ने कहा कि क्षेत्र में भ्रष्टाचार का तांडव मचा हुआ है। जिस वजह से हर सरकारी कार्यालय में मंत्री सकलेचा के लोगों का दबदबा है और उनके इर्द-गिर्द लोग जो भ्रष्टाचार में लिप्त है उन मंडल कमंडल का बोलबाला है। फिर चाहे सुवाखेड़ा की खदान का मामला हो या जावद क्षेत्र से अवैध रेती का मामला हो। हर पुलिस थाने पर अवैध रूप से वसूली की जा रही है हर काम का प्रतिशत बंधा हुआ है उसे ले देकर ही अपना काम करवाया जा सकता है। मंत्री सकलेचा के लोग 10% कमीशन लेते हैं, टिकट वाले बात पर पटेल ने कहा कि मैं टिकट के लिए नहीं में जन सेवा के लिए आया हूं और प्रदेश कांग्रेस कमेटी जो तय करेगी उसे अनुसार ही काम करूंगा।
लगाए यह आरोप
- उद्योग के मुद्दे पर कहा कि क्षेत्र में कोई उद्योग नहीं लगे।
इन प्रश्नों का उत्तर नहीं दे पाए
जब पत्रकार वार्ता में समंदर पटेल से पूछा गया कि इस बात में कितनी विश्वसनीयता है कि पहले आप कांग्रेस में रहे। फिर आप कांग्रेस से गद्दारी करके निर्दलीय चुनाव लड़े और उसके बाद भाजपा में आ गए। अब आपने वापस कांग्रेस का हाथ थामा है अगर पार्टी ने टिकट नहीं दिया या पार्टी में आपकी नहीं सुनी गई तो आप क्या करेंगे? इस सवाल पर पटेल जवाब जवाब नहीं दे पाए।
कांग्रेस के दोनों प्रमुख नेता नदारत
पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के दोनों प्रमुख नेता सत्यनारायण पाटीदार और राजकुमार अहीर जिनके नाम जावद क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रमुखता से आते हैं वे दोनों इस पत्रकार वार्ता में दिखाई नहीं दिए। इसके अलावा पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजीत कांठेड भी इस पत्रकार वार्ता में दिखाई नहीं दिए। जिससे यह कयास लगाया जा रहा है कि कहीं ना कहीं कांग्रेस में ही समंदर पटेल का विरोध है। जब इस बारे में समंदर पटेल से चर्चा की तो उनका कहना है कि हमने सबको बुलाया था और सामंजस के साथ में अब सब काम करेंगे।
जानिए समंदर पटेल के बारे में
समंदर पटेल ने शुरू से कांग्रेस के साथ मिलकर इंदौर से आकर जावद में अपना राजनीति शुरू किया। 10 मार्च 2020 को ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में प्रवेश किया था इससे पूर्व समंदर पटेल ने वर्ष 2018 में निर्दलीय तौर पर कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ा जिसमें उनको हार मिली। हां इतना जरूर है कि जमानत बचाने में कामयाब रहे। प्रोफाइल पर अब इन्होंने अपना कांग्रेस का झंडा लगा लिया है। वर्तमान में यह भाजपा में प्रदेश कार्यसमिति के पद पर थे।
सोशल मीडिया पर हो रहा विरोध
जहां एक और समंदर पटेल के बीजेपी से कांग्रेस में आने का ऑफिशियल डिक्लेरेशन किया। उसके बाद सोशल मीडिया में जमकर विरोध की बयार शुरू हो गई कांग्रेस के कार्यकर्ता ही कई तरह के प्रश्न उठा रहे है। कांग्रेस के कार्यकर्ता राजेश लड्ढा ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि कल से क्षेत्र में चर्चा थी कि पटेल साहब आज प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी को छोड़ कांग्रेस जॉइन करेंगे। ये चुनावी वर्ष में एक स्वाभाविक प्रकिया है।
कांग्रेस में विधिवत रूप से ज्वाइन करने के बाद करेंगे चर्चा
समंदर पटेल ने कांग्रेस में विधिवत रूप से ज्वाइन नहीं किया है क्योंकि बैनर भी समुद्र पटेल का था और जिला कांग्रेस अध्यक्ष हो सकता है व्यक्तिगत निष्ठा के कारण वहां आए हो लेकिन विधिवत रूप से ज्वाइन होने के बाद ही इस पर चर्चा करना ठीक रहेगा राजकुमार अहीर कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधानसभा प्रत्याशी जावद
कांग्रेस पार्टी में स्वागत है
पूर्व जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि समंदर पटेल बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए हैं तो एक कार्यकर्ता के रूप में हम स्वागत करते हैं। लेकिन समंदर पटेल और उनके आका ने 2018 और 2021 में जो निर्णय लिए हैं वह सभी कार्यकर्ताओं की जानकारी में है उसके बावजूद भी कमलनाथ जी प्रदेश अध्यक्ष जो निर्देश करेंगे हम उसका स्वागत करेंगे।