SIKAR. पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ आग उगली है। वे सीकर में वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति के शिलान्यास कार्यक्रम में उद्बोधन दे रहे थे। मलिक ने कहा कि पीएम मोदी ने डर की वजह से कृषि कानून वापस लिए हैं। इसी डर से वे अब गुरुद्वारों में मत्था टेकने जाते हैं। मैंने उन्हें सिखों के मामले में इतना डरा दिया था कि उन्होंने कानून वापस लेने का कदम उठाया। मैं इस्तीफा जेब में रखकर उनसे बात करने गया था, मेरा 5 मिनट में ही उनसे झगड़ा हो गया था। क्योंकि उस वक्त वे बहुत घमंड में थे।
रिटायर होने पर कुत्ता भी रास्ता नहीं छोड़ेगा
सत्यपाल मलिक ने यहां काफी तीखा बयान भी दिया, उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के वक्त मैंने 10 दिन तक विचार किया था कि कुछ बोलना चाहिए या नहीं। लोगों ने समझाया कि आने वाले समय में राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति बना दिए जाओगे, क्यों झगड़ा करते हो। लेकिन मैंने उन लोगों से कह दिया था कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति रिटायर होंगे तो कुत्ता भी रास्ता नहीं छोड़ेगा।
कहा था- ऐसी कौमों से लड़ा नहीं जाता
सत्यपाल मलिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा था कि किसान 4 महीने से पड़े हैं। उनसे बात कर लीजिए। उन्होंने कहा कि चले जाएंगे, कुछ नहीं होगा। मुझे बुरा लगा, मैंने कहा कि न तो आप सिखों को जानते हैं और न जाटों को। ये तब जाएंगे जब आप चले जाओगे। सत्यपाल मलिक बोले कि मैंने पीएम को बताया कि सिखों के गुरु महाराज ने अपने 4 साहबजादे खपा दिए थे, पर समझौता नहीं किया था। यह तो हमारे वाले हैं जो हर छठे महीने लाल किले पर चढ़े रहते थे। इन्होंने अकबर की कब्र खोदकर उसका दाह संस्कार कर दिया था। ऐसी कौमों से लड़ा नहीं जाता, बल्कि बातचीत कर हल निकाला जाता है। फिर 2 महीने बाद पीएम ने माफी मांग ली और काले कानून वापस ले लिए थे। मैंने उन्हें सिखों के मामले में इतना डरा दिया थ कि उसके बाद तो वह पीला पटका माथे पर पहनने लगे।
इंदिरा ने कराया था महामृत्युंजय जाप
सत्यपाल मलिक यहीं नहीं रुके, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर भी बयान दिया। मलिक ने कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार कराने के बाद उन्होंने अपने फार्म पर 4 महीने तक महामृत्युंजल जाप कराया था। उनके भतीजे अरुण नेहरू मेरे दोस्त थे। उन्होंने इंदिरा से कहा था कि बुआ आप तो यह सब नहीं मानती थीं तो इंदिरा गांधी ने कहा था कि तुम्हें पता नहीं कि जिन्होंने इनका स्वर्ण मंदिर छू लिया वह आज जिंदा नहीं है। यह मुझे मारेंगे और फिर वही हुआ। जिसने इस कौम पर हाथ डाला, वह बचा नहीं।
काफिला रोके जाने की घटना पर भी बोले
सत्यपाल मलिक ने कहा कि पंजाब में एक दिन उनका काफिला रोक दिया गया था, वह किसी ने जानबूझकर नहीं रोका था, एक जुलूस जा रहा था। उसकी वजह से काफिला आधा घंटे रुक गया। इस घटना से वे इतना घबरा गए थे कि एयरपोर्ट आकर अफसर से कहा था कि मुश्किल से जान बची। जिन लोगों को जान की इतनी परवाह हो वे देश नहीं चलाते।
राजस्थान में दूर-दूर तक नहीं आ रही बीजेपी
अपने सिलसिलेवार तीखे बयानों के पहले पत्रकारों से चर्चा के दौरान सत्यपाल मलिक भविष्यवक्ता भी बन गए और कहा कि राजस्थान में तो बीजेपी दूर-दूर तक नहीं आएगी। 2024 में मोदी को दिल्ली से हट जाना चाहिए, वह 100 फीसदी हट जाएगा।