/sootr/media/post_banners/e3f867059291c05ea100d89781d1bac6c765fecdfc16b4680dd7cd3cb514a675.jpeg)
RAIPUR. भीषण गर्मी के बीच छत्तीसगढ़ में स्कूलों में पढ़ाई शुरू होने वाली है। दरअसल स्कूलों की छुट्टी 15 जून को खत्म हो रही है। प्रदेश में 16 जून से नए सत्र की शुरुआत के साथ स्कूल खुल जाएंगे। इसके लिए सभी स्कूलों में 16 जून से 15 जुलाई तक प्रवेश प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किया गया है। चरणबद्ध तरीके से स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। इसके साथ एडमिशन भी शुरू हो जाएगा। हालांकि प्रदेश में फरवरी से ही एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
पहले दिन सभी स्कूलों में सीएम देंगे संदेश
जानकारी के अनुसार प्रदेश में एक माह तक चलने वाले शाला प्रवेश उत्सव के शुरुआती 10 दिनों के लिए जनभागीदारी सुनिश्चित करते हुए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पहले दिन सभी स्कूलों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम बच्चों को संदेश देंगे। इसके साथ ही न्यू एडमिशन बच्चों का स्वागत, बच्चों को मिलने वाले सुविधाओं का वितरण किया जाएगा। वहीं बच्चों द्वारा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। स्कूल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों का सम्मान किया जाएगा।
ये खबर भी पढ़िए...
100 प्रतिशत बच्चों के एडमिशन के लिए चलाया जाएगा अभियान
वहीं, शाला प्रवेश उत्सव आयोजन के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने सभी जिला कलेक्टर और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया है। शाला प्रवेश उत्सव को जन-जन का अभियान बनाने के लिए व्यक्तिगत रुचि लेते हुए इसे सभी स्तर पर सफल बनाएं ताकि 100 प्रतिशत बच्चों को स्कूलों में एडमिशन हो सके। सत्र प्रारंभ होने से पहले स्कूल प्रबन्धन समिति की विशेष बैठक का आयोजन करने कहा गया है। प्रवेश उत्सव के दौरान पहले दिन राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सभी स्कुलों में आयोजन किया जाएगा।
गर्मी से परेशान पेरेंट्स बोले-20 जून के बाद खुले स्कूल
छत्तीसगढ़ इन दिनों भीषण गर्मी के साथ लू भी चल रही है। इस बीच 16 जून से स्कूल खोलने की तैयारी है, लेकिन गर्मी से परेशान पेरेंट्स बच्चों को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने मांग की है कि अगर तीन-चार दिन तापमान ऐसा ही रहा तो स्कूल 20 जून के बाद ही खोला जाए। वहीं, प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला के अनुसार दो-तीन दिन में जैसी स्थिति रहेगी, उस आधार पर फैसला करेंगे। बच्चों को परेशान नहीं होने देनें, उनकी सेहत का पूरा ध्यान रखा जाएगा।