Gwalior. एक दिन पहले ग्वालियर में हुंकार भरने वाली प्रियंका गांधी ने सिंधिया परिवार पर बेहद सख्त टिप्पणियां की थीं। मंच पर आसीन कांग्रेस नेताओं ने भी सिंधिया परिवार को गद्दारी का तमगा देने में कोई मुरव्वत नहीं की। अब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद पर और अपने परिवार पर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया है। सिंधिया ने प्रियंका का बिना नाम लिए कहा कि उन्होंने इतिहास का एक पन्ना भी नहीं पढ़ा है। उनको जो कहना है कहने दो। मेरा कर्म, मेरी सोच, मेरी विचारधारा और मेरे परिवार की सोच ग्वालियर के प्रति समर्पित है, इस संभाग के प्रति समर्पित है। मध्यप्रदेश के लिए समर्पित है।
मंच पर बैठे लोगों से नहीं चाहिए प्रमाणपत्र
सिंधिया ने कहा कि मुझे किसी से भी प्रमाणपत्र नहीं चाहिए, खासकर के कल मंच पर जो लोग बैठे हुए थे, उनसे तो प्रमाण पत्र की बिल्कुल जरूरत नहीं है। सिंधिया ने कहा कि इतनी ही चिंता थी और हम इतने ही बुरे थे तो मेरे पूज्य पिताजी को कांग्रेस में क्यों लिया? मुझे कांग्रेस कांग्रेस में क्यों लिया। अब जब मैं आंखों में खटक रहा हूं तो जो भी दुर्भावना है वह मुंह से प्रगट हो रही है।
व्यक्तिगत राजनीति नहीं करता
सिंधिया बोले कि मैं व्यक्तिगत राजनीति नहीं करता और न कभी करूंगा। उनको उनकी सोच मुबारक। मैं उसी आधार पर काम करूंगा जिस रास्ते पर मेरे आजी अम्मा और मेरे पूज्य पिताजी चले थे। बता दें कि कल रानी लक्ष्मीबाई के समाधि स्थल से प्रियंका गांधी ने हुंकार भरते हुए सिंधिया परिवार पर अनेक आक्षेप लगाए थे। कांग्रेस के अन्य नेताओं के निशाने पर भी ज्योतिरादित्य ही थे।
इसलिए लगते हैं गद्दारी के आरोप
दरअसल 1857 की क्रांति के समय सिंधिया राजघराने ने देश की रियासतों के राजाओं के साथ संघर्ष में हिस्सा नहीं लिया था। यही कारण है कि परिवार पर गद्दारी के आरोप लगते आए हैं। हर बार चुनाव के समय यह मुद्दा उठाया जाता है। बता दें कि साल 2018 के चुनावों में भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह मुद्दा उठाया था, जिस पर उनकी ही सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया उनसे खफा हुई थीं।