भोपाल. वरिष्ठ आईएएस संजय बंदोपाध्याय एमपी के नए सीएस यानी मुख्य सचिव हो सकते हैं। मध्य प्रदेश कैडर के वरिष्ठ आईएएस संजय बंदोपाध्याय की मूल कैडर में वापसी के साथ ही उनके सीएस बनने की चर्चा तेज हो गई है। भारत सरकार की कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के अध्यक्ष संजय बंदोपाध्याय को तत्काल प्रभाव से उनके मूल कैडर में वापस भेजने को मंजूरी दे दी है। बंदोपाध्याय 1988 बैच के आईएएस हैं।
अभी इन नामों की चर्चा
एमपी में मोहन यादव के सीएम बनने के साथ ही नया सीएस बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है। फिलहाल वीरा राणा यह जिम्मेदारी निभा रही हैं। नए सीएस के लिए जिन नामों की चर्चा हो रही है, उनमें अनुराग जैन, मोहम्मद सुलेमान, राजेश राजौरा और एसएन मिश्रा का नाम प्रमुखता से शामिल है।
राजस्थान से मिल रहे संकेत
राजस्थान में 1991 बैच के आईएएस सुधाशु पंत को भी केंद्र से तत्काल प्रभाव से रिलीव किया था । इसके बाद उन्हें राजस्थान का सीएस बनाया गया। ऐसे मे बंदोपाध्याय के एमपी में आने से उनके सीएस बनने की चर्चा जोरों पर है। पंत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव थे। ठीक इसी तरह वरिष्ठ आईएएस संजय बंदोपाध्याय को भी दिल्ली ने तत्काल प्रभाव से रिलीव किया है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि बंदोपाध्याय एमपी के नए सीएस हो सकते हैं।
किसी अधिकारी को मंत्रालय से नहीं जाना पड़ेगा
एमपी कैडर से संजय बंदोपाध्याय सीनियर आईएएस हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा ये हो सकता है कि उनके आने के बाद मंत्रालय से किसी भी सीनियर आईएएस को बाहर नहीं जाना होगा। दरअसल, होता यह है कि जूनियर बैच का आईएएस जब सीएस बनता है तो सीनियर आईएएस मंत्रालय से बाहर या प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले जाते हैं, लेकिन 88 बैच के वरिष्ठ आईएएस संजय बंदोपाध्याय के सीएस बनने पर संभवत: किसी भी आईएएस को मंत्रालय नहीं छोड़ना पड़ेगा।