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BHOPAL. मध्यप्रदेश में 6 साल बाद हुई पटवारी भर्ती परीक्षा का विवाद थम नहीं रहा है। सरकार ने मामले में जांच के आदेश के साथ पूरी प्रक्रिया पर रोक लगा दी है, जिससे 9 हजार पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया पर भी रोक लग गई है। चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि कुछ लोगों की गलती की सजा 9 हजार चयनित अभ्यर्थियों को दिया जाना गलत है। वे निर्धारित समयावधि में पटवारी की भर्ती की मांग को लेकर 17 जुलाई को नीलम पार्क, भोपाल में प्रदर्शन करेंगे।
जिसने गलत किया उसे मिले सजा
चयनित अभ्यर्थियों ने कहा कि यदि किसी ने गलत किया है तो उसे सजा मिले, सरकार जेल भेज दे, इससे कोई दिक्कत नहीं है, न ही जांच से किसी को कोई परेशानी है, लेकिन पूरे मामले का राजनीतिकरण हो जाने के बाद सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर ही रोक लगा दी, जो गलत है।
हम भीड़ नहीं जुटा सकते तो इसका मतलब क्या हमारे साथ अन्याय होगा?
चयनित अभ्यर्थियों ने कहा कि पटवारी भर्ती परीक्षा में 12 लाख आवेदक फेल हुए। अब वे प्रदर्शन कर रहे हैं। चयनित सिर्फ 9 हजार हुूए, जाहिर सी बात है कि हमारे साथ भीड़ नहीं है, तो क्या इसका अर्थ यह निकाला जाए कि हमारे साथ अन्याय होगा। हमारी मांग है कि शिवराज मामा ने जो 15 अगस्त तक भर्ती का वादा किया था, वो उस वादे को निभाएं।