BHOPAL. मध्यप्रदेश में बीजेपी की नई सरकार बनाने के साथ ही बदलाव शुरू हो गया है। जिसके तहत शिवराज सरकार में रहे 32 कैबिनेट और राज्य मंत्रियों के निजी स्टाफ की सेवाएं उनके मूल विभागों को लौटा दी हैं। इन अधिकारी-कर्मचारियों को सेंट्रल स्टोर में सामान वापस करने और दस्तावेजों के ट्रांसफर के लिए 10 दिन का समय दिया गया है।
कर्मचारियों को उनके मूल विभागों में भेजा
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में 13 दिसंबर को आदेश जारी किए गए। संभावना है नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा जल्द मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा। और नए सिरे से मंत्रियों के स्टाफ की नियुक्तियां की जाएंगी। सामान्य नियमानुसार नई विधानसभा के गठन पर पुराने मंत्री अपने निजी स्टाफ की सेवाएं उनके मूल विभागों को वापस कर देते हैं।
सामान्य प्रशासन विभाग का आदेश
प्रशासन के आदेश के मायने
एमपी में बीते 18 साल से शिवराज सिंह चौहान की सरकार सत्ता में थी। जिससे अधिकतर अफसर एक ही जगह पर लम्बे समय से पदस्थ थे। डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद पूर्व मंत्रियों के निजी स्टाफ को उनके मूल विभागों में भेजा गया है। इससे सीएम यादव ने मैसेस दिया है कि सरकार में अब सब नए सिरे से होगा।
15 महीने कमलनाथ की रही थी सरकार
2018 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया था और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन 15 महीने बाद कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ गई थी। उसके बाद फिर बीजेपी की ओर से शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बना ली थी।