संजय गुप्ता, INDORE. केंद्रीय मंत्री अमित शाह जिस तरह से मप्र विधानसभा चुनाव के सूत्र अपने हाथ में ले रहे थे, उसके नतीजे दिखने लगे हैं। इंदौर की नौ विधानसभा सीट की पूरी जानकारी जुटाने के लिए और मैदान का जायजा लेने के लिए गुजरात के नौ विधायक 20 अगस्त को इंदौर आ रहे हैं, यह करीब सात दिन तक यहां तय सीट का पूरा दौरा करेंगे, फीडबैक लेंगे, कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और सभी दावेदारों के साथ मौजूदा स्थिति का आंकलन कर सीधे शाह को रिपोर्ट सौंपेगे। यही रिपोर्ट बनेगी अगले चुनाव में दावेदारी तय करने की असल कुंजी। इन सभी विधायकों को 19 अगस्त को भोपाल में जमा होना है, वहां इन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर इंदौर आएंगे।
इंदौर में हर विधायक के साथ रहेंगे तीन कार्यकर्ता
इंदौर आने से पहले सभी विधायक भोपाल जाएंगे। यहां पर 19 अगस्त को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश मौजूद रहेंगे। इसके बाद कुछ विधायक 19 अगस्त की रात को तो कुछ विधायक 20 अगस्त की सुबह अपने-अपने क्षेत्र के लिए भोपाल से इंदौर आएंगे। यहां वह 7 दिन तक जानकारी जुटाएंगे और एक-एक दिन की रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके बाद यह रिपोर्ट लेकर दिल्ली रवाना होंगे और वहां पार्टी आलाकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे। गुजरात से आ रहे विधायक स्थानीय नेताओं के साथ ही विधानसभा में घूमकर रिपोर्ट तैयार करेंगे। इन 9 विधायकों के लिए संगठन ने प्रति विधानसभावार तीन कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी तय की है। एक कार्यकर्ता इन विधायकों के भोजन, दूसरा आवास और तीसरा वाहन की व्यवस्था करेगा।
गुजरात के यह विधायकों को सौंपी गई इंदौर की जिम्मेदारी
विधानसभा एक- शैलेष भाई मेहता- यह वडोदरा जिले की डभोई विधानसभा के विधायक है, दो बार से चुनाव जीत रहे हैं, वडोदरा सिटी से पांच बार पार्षद भी रह चुके हैं। उप महापौर भी रहे।
विधासनभा दो- केयूर रोकडिया- यह वडोदरा युवा मोर्चा के अध्यक्ष के साथ ही बीजेपी नगर जनरल सेकेट्री, वडोदरा मेयर के साथ विधायक भी है।
विधानसभा तीन- दिनेश कुशवाहा- यह अहमदाबाद की बापूनगर सीट से विधायक है। दो बार पा,र्द भी रह चुके हैं।
विधानसभा चार-कौशिक भाई जैन- यह दरियापुर विधानभा के विधायक है।
विधानसभा पांच- हार्दिक पटेल-यह विरमगाम सीट से विधायक है, पहले कांग्रेस में रह चुके हैं और गुजराज में पाटीदार आंदोलन का नेतृत्व किया था।
राउ- केतनभाई इनामदार- वडोदरा जिले की सावली सीट से तीन बार के विधायक है।हालांकि यह रूपाणी सरकार में इस्तीफा देने के लिए भी चर्चितो हो चुके हैं
महू- पंकजभाई देसाई- यह नाडियाड सीट से छह बार के विधायक है। 13 साल विहिप के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं।
देपालपुर- रमनभाई सोलंकी- यह आंणद की बोरसाद सीट से विधायक है। दो बार गुजरात प्रदेश के महामंत्री और प्रदेश बीजेपी मंत्री रह चुके हैं।
सांवेर- बाबूसिंह जाधव- यह वाटवा से विधायक है। ओबीसी जिला महामंत्री व अन्य पदों पर भी रह चुके हैं।
विधायक बोल रहे हम सर्वे नहीं प्रचार करेंगे
गुजरात से इंदौर आ रहे 9 विधायकों का कहना है कि हम सभी विधायक कोई सर्वे करने नहीं बल्कि पार्टी का प्रचार करने आ रहे हैं। प्रचार के साथ ही हमें विधानसभा क्षेत्र में अन्य क्या काम करना है। इसकी जानकारी 19 और 20 अगस्त को भोपाल से दी जाएगी। वहीं बताया जा राह है कि गुजरात के विधायक क्षेत्र में विधायकों की मौजूदा स्थिति क्या है? विधायकों के खिलाफ एंटी इन्कम्बेंसी कितनी है? इसे कैसे दूर किया जा सकता है? यह जानकारी जुटाएंगे। वहीं हारी हुई सीटों पर मौजूदा विधायक की ताकत व कमजोरियों की जानकारी भी जुटाएंगे।