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LUCKNOW. अतीक अहमद के बेटों असद और उमर को जेल से बाहर निकालने और देश से बाहर निकलने के लिए अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और जैनब अपनी बेनामी संपत्तियों को नेपाल में बेचने की आड़ में थी। लेकिन, सीमा हैदर के भारत आने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। लखनऊ में रविवार को अतीक गैंग के वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ।
सीमा हैदर के भारत आने से टली नेपाल माफिया के साथ मीटिंग
अतीक गैंग प्रयागराज और लखनऊ स्थित बेनामी संपत्तियों को बेचने के लिए वकील विजय मिश्रा की मदद ले रही थी। उसके बाद वकील विजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। शाइस्ता और जैनब के वकील ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया कि अतीक की बेनामी संपत्तियों को बेचने के लिए वह खरीदार ढूंढ़ रहा था, लेकिन यूपी का कोई भी बिल्डर अतीक की संपत्ति को खरीदने के लिए तैयार नहीं था। ऐसे में नेपाल में रहने वाला यूपी का एक माफिया इन संपत्तियों को खरीदने के लिए तैयार हो गया था। उनकी डील भी पक्की हो गई थी, जिसके लिए वह 26 जुलाई को लखनऊ में मिलने वाले थे। लेकिन, पाकिस्तान की सीमा हैदर के गैर-कानूनी तरीके से भारत आने की वजह से नेपाल की सीमा पर सख्ती बढ़ा दी गई। वकील विजय मिश्रा पहले ही नेपाल के माफिया से मिलने लखनऊ पहुंच चुका था। तीन दिन तक मीटिंग का समय टलते रहने के कारण वह लखनऊ में ही टिका रहा। जिस दौरान वह प्रयागराज पुलिस के हाथ लग गया। जैनब और शाइस्ता भी लखनऊ पहुंचने वाली थीं। हालांकि, फिलहाल दोनों फरार हैं और पुलिस तलाश कर रही है।
उमर और असद से पूछताछ कर सकती है पुलिस
वकील विजय मिश्रा से पूछताछ में पता चला कि अतीक ने साल 2015 में गौसपुर कटहुला में 25 हजार वर्गफुट जमीन खरीदी थी। इसके साथ ही अतीक का पैसा लखनऊ में कुछ बिल्डरों की संपत्तियों से भी जुड़ा हुआ था। हालांकि, एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस इसकी जांच में लगी हुई है। इसके साथ उमर और असद से लखनऊ जेल जाकर भी पूछताछ कर सकती है।