BHOPAL. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 को होना है। इसके चलते सीएम शिवराज सिंह चौहान मैदानी दौरों के साथ-साथ अपने साथियों के कामकाज पर भी नजर रख रहे हैं। दरअसल, बुधवार 7 जून की शाम को भोपाल में कैबिनेट सहयोगियों की क्लास ली। करीब 45 मिनट की बैठक में उन्होंने सभी से महज 5 सवाल पूछे। उन्होंने अपने कैबिनेट सहयोगियों से पूछा कि प्रभार के जिलों में कितनी रात रुके, किस बीजेपी कार्यकर्ता के यहां खाना खाया, कहां पर पार्टी की बैठक ली और किसे बुलाया? वहीं, यह भी पूछा कि जनता का फीडबैक किधर से लिया और सरकारी योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन की रिपोर्ट कैसी है? एक-एक मंत्रियों से सारे सवालों का जवाब दिया।
रिपोर्ट कार्ड लेकर बैठक में पहुंचे मंत्री
सीएम ऑफिस में बुधवार 7 जून की शाम को हुई बैठक में सभी मंत्री अपना रिपोर्ट कार्ड लेकर पहुंचे। इस दौरान एक-एक करके सीएम को बताया कि वे कब-कब गए और कितनी रात रुके। सरकारी स्कीमों का फीडबैक भी मंत्रियों ने दिया। सभी से बात करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि बार-बार लोग यह आरोप लगाते हैं कि मंत्री क्षेत्र में या प्रभार के जिलों में नहीं जाते, लेकिन रिपोर्ट देखकर तो ऐसा नहीं लगता। आप लोग इसी तरह से जुटे रहें। चुनाव का साल है और अब वक्त कम है।
कार्यकर्ताओं से मिलने की नसीहत
बैठक में सीएम चौहान ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और जिलों के वरिष्ठ नेताओं के साथ तालमेल बैठाने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि चुनाव का समय बहुत कम है और अपनी सीट के साथ आसपास की सीटों और प्रभार के जिलों की सीटों पर सक्रियता बढ़ाएं। इसके साथ ही जो काम पेंडिंग है उसकी रिपोर्ट जल्दी भेजें।
तबादले में लगा प्रतिबंध हटाने उठी मांग
मंत्रियों के साथ बैठक में एक बार फिर तबादले पर से प्रतिबंध हटाने का मामला उठा। हालांकि, बैठक में यह तय नहीं हो पाया कि कितने दिन के लिए तबादले पर प्रतिबंध के आदेश को शिथिल किया खोला जाए, कैडर के हिसाब से कितने ट्रांसफर करने की अनुमति दी जाए, शासन तक या मुख्यमंत्री तक कौन से मामले आएंगे, प्रभारी मंत्रियों को क्या अधिकार होंगे आदि। सीएम ने सभी मसलों को सुनने के बाद कहा कि इस पर जल्द निर्णय लेंगे।