भोपाल में शिवराज सिंह चौहान ने कहा- जनता ने चक्की पीसी इसीलिए सवा साल में बाहर हो गए, नरोत्तम ने कहा- टूट गए चक्की के पाट

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Puneet Pandey
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भोपाल में शिवराज सिंह चौहान ने कहा- जनता ने चक्की पीसी इसीलिए सवा साल में बाहर हो गए, नरोत्तम ने कहा- टूट गए चक्की के पाट

BHOPAL. महिदपुर में पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जो मध्यप्रदेश के सीएम रहे हों, उन्हें ऐसी घटिया भाषा बोलना शोभा नहीं देता। वे कमलनाथ के उस बयान पर टिप्पणी दे रहे थे, जिसमें उन्होंने अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर टिप्पणी की थी। कमलनाथ ने कहा था- उनकी चक्की देर से चलती है, लेकिन बारीक पीसती है। अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को सर्टिफिकेट देंगे तो सामने बैठे लोग (कांग्रेस कार्यकर्ता) देंगे। 





कमलनाथ की टिप्पणी पर मंगलवार को भोपाल में शिवराज सिंह चौहान ने कहा - जो मध्यप्रदेश के सीएम रहे हों, उन्हें ऐसी घटिया भाषा बोलना शोभा नहीं देता। शिवराज बोले- तुम्हारी चक्की ने जनता को पीसा, इसीलिए सवा साल में बाहर हो गए। अधिकारी-कर्मचारी भी इंसान हैं। क्या उनको बेइज्जत किया जाएगा। कौन से युग में जी रहे हैं कमलनाथ।





शुरू किया जनसंपर्क अभियान 





सीएम शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को भोपाल की हुजूर विधानसभा के बूथ- 45 बीजेपी के महाजनसंपर्क अभियान में शामिल हुए। यहां से रामेश्वर शर्मा विधायक हैं।





गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा चक्की के दोनों पाट टूट गए





कमलनाथ के बयान पर नरोत्तम मिश्रा ने भी टिप्पणी की 



गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के बयान पर कहा  कर्मचारियों - पुलिस की वर्दी पर टिप्पणी करना वे ठीक नहीं समझते हैं। यह खिसियाहट है कि हमारी चक्की बारीक पीसती है। कमलनाथ जी अब मिक्सर का जमाना आ गया। आप अभी चक्की पर ही अटके हो। चक्की के दोनों पाट टूट गए।





विजयवर्गीय भी बोले 





बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ के बयान कहा -उन्होंने इसी प्रकार की राजनीति की है।  धौंस की, कपट की, वही राजनीति वे अभी भी कर रहे हैं। 75 साल की उम्र में वे इस प्रकार का बयान देते हैं, तो उन्हें माफ कर देना चाहिए। विक्टोरिया नंबर 203 पिक्चर थी एक। उसमें दो इसी उम्र के लोग घूमते थे, जिनके पास ताला था, चाबी नहीं थी, चाबी थी, ताला नहीं था। ऐसे ये भी घूम रहे हैं। दो बेचारे, बिना सहारे।



कमलनाथ शिवराज सिंह चौहान kamalnath SHIVRAJ SINGH