BHOPAL. मंदसौर में जब 7 साल की लड़की के साथ गैंगरेप हुआ तो तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसकी सारी जिम्मेदारी ले ली, लेकिन उसके बाद वह भूल गए। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित बच्ची का एडमिशन अच्छे स्कूल में करवा दिया। फीस और अन्य खर्चे भगवान भरोसे छोड़ दिए, अब इतने साल बाद स्कूल ने पीड़िता के पेरेंट्स को 14 लाख का नोटिस भेजा है।
स्कूल ने भेजा पीड़िता के पिता को 14 लाख का नोटिस
जानकारी के मुताबिक पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के सीएम रहते हुए मंदसौर में रहने वाली गैंगरेप पीड़िता की पढ़ाई के सारे खर्च उठाने की घोषणा की थी, लेकिन उन्होंने अपना ये वादा पूरा नहीं किया। अब इंदौर के स्कूल ने पीड़िता के घर पर 14 लाख रुपए से ज्यादा का बकाया का नोटिस भेजा है। इसमें 2018 से 2023-24 शैक्षणिक सत्र की पढ़ाईहॉस्टल फैसिलिटी, डीजल, गैस समेत कई अन्य खर्च शामिल किए हैं। बता दें, मंदसौर की ये पीड़िता छठी और उसकी बड़ी बहन 11वीं में है।
क्या था पूरा मामला ?
दरअसल 26 जून 2018 को आसिफ और इरफान ने सात साल की स्कूली छात्रा का अपहरण कर उसके साथ गैंग रेप किया था। बच्ची को लड्डू खिलाने का लालच देकर उस वक्त अगवा किया गया था, जब वह स्कूल की छुट्टी के बाद पैदल अपने घर जा रही थी। गैंग रेप के बाद कक्षा तीन की इस छात्रा को जान से मारने की नीयत से उस पर चाकू से हमला भी किया गया था। बच्ची 27 जून की सुबह शहर के बस स्टैंड के पास झाड़ियों में लहूलुहान हालत में मिली थी। तत्कालीन सीएम शिवराज ने पीड़िता और उसकी बहन की पढ़ाई का खर्च सरकार की ओर से वहन करने का ऐलान किया था। कोर्ट आरोपियों को फांसी की सजा तक सुना चुका है। फिर भी पिछले साल स्कूल प्रबंधन ने पीड़िता का रिजल्ट रोक दिया। तब सीएम के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा था।