Chhatarpur. बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के संग सात फेरों का सपना लेकर गंगोत्री से गंगाजल का कलश लेकर छतरपुर पहुंची भजन गायिका शिवरंजनी की तबीयत खराब हो गई है। उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अत्यधिक चलने और थकान के साथ-साथ उनके शरीर में पानी की कमी हो गई है। डिहाईड्रेशन के साथ लूज मोशन की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। इधर छतरपुर पहुंचने पर शिवरंजनी का लोगों ने फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया। उन्हें 16 जून को बागेश्वरधाम पहुंचना है, लेकिन बुधवार शाम खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हें अस्पताल ले जाया गया, अब वे अस्पताल में हैं।
1 मई से शुरू की थी पदयात्रा
एमबीबीएस की छात्रा और भजन गायिका शिवरंजनी ने 1 मई को उत्तराखंड के गंगोत्री से पदयात्रा शुरू की थी। करीब 1200 किलोमीटर लंबी पदयात्रा करने के चलते उनके शरीर में काफी ज्यादा थकान होना भी लाजमी है। तिवारी का मनोरथ था कि वे 16 जून को बागेश्वरधाम में गंगाजल अर्पित कर पं धीरेंद्र शास्त्री से मिलेंगी और अपनी अर्जी लगाएंगी। हालांकि धीरेंद्र शास्त्री से शादी के सवाल पर वे सीधे-सीधे जवाब तो नहीं देतीं लेकिन इशारों में मन की बात बयां भी कर देती हैं।
सिवनी में हुआ था जन्म
शिवरंजनी कोई देवदासी नहीं हैं बल्कि वे एमबीबीएस की छात्रा हैं, भजन गायकी से भी उन्होंने अपनी पहचान बनाई है। शिवरंजनी का जन्म सिवनी जिले में हुआ है, वहीं उनका पैतृक गांव चंदौरीकला है। उनका परिवार बीते 25 सालों से जरूर हरिद्वार में रहता है लेकिन उनकी जड़ें मध्यप्रदेश में जमी हैं।
माता-पिता भी हाईप्रोफाइल
शिवरंजनी के पिता बैजनाथ तिवारी बताते हैं कि उनके परिवार का संबंध ब्रम्हलीन जगदगुरू स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज से जुड़ा हुआ है। वे हरिद्वार में रहते हैं। तिवारी ने बताया कि उन्होंने नागपुर के बीआर इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग की थी और एक बाइक कंपनी में महाप्रबंधक भी रहे, 5 साल पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया और बेटी के भजन कार्यक्रमों के आयोजन में सहायता करते हैं। शिवरंजनी की माता की बात की जाए तो वे कैंसर की दवाओं की विशेषज्ञ हैं और वर्तमान में अमेरिका में एक निजी कंपनी में विभाग प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं।