मनीष गोधा, JAIPUR. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले दोनों शूटर्स नितिन फौजी और रोहित सिंह राठौड़ को उनके एक और साथी के साथ चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया है। राजस्थान पुलिस लगातार उनकी तलाश में छापेमारी कर रही थी।
झगड़ा करके भागे थे
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि भवानी सिंह उर्फ रोनी, राहुल कोथल और नितिन फौजी आपस में मित्र हैं। नितिन फौजी 7 नवंबर को 2 दिन की छुट्टी पर गांव आया था। भवानी सिंह उर्फ रोनी का केसवार अनुपम सोनी के साथ विवाद चल रहा था। उस विवाद को सुलझाने के लिए तीनों अन्य साथियों के साथ खुडाणा गांव पहुंचे, लेकिन अनुपम सोनी पक्ष से झगड़ा होने के कारण पुलिस आ गई। इस पर भवानी सिंह उर्फ रोनी ने अपने साथियों के साथ वहां से भागते समय पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी, जिसके संबंध में थाना सदर महेन्द्रगढ़ पर मुकदमा दर्ज हुआ। इस मुकदमें में गिरफ्तारी से बचने के लिए नितिन फौजी, राहुल कौथल 10 नवंबर को हिसार पहुंच गए। 5-6 दिन बाद में भवानी सिंह उर्फ रोनी भी इनके पास हिसार आ गया। इनके रुकने की व्यवस्था उदम नाई निवासी हिसार ने की।
28 नवंबर को जयपुर आ गए थे
भवानी सिंह उर्फ रोनी पूर्व से रोहित गोदारा और वीरेन्द्र चारण के सम्पर्क में था। भवानी सिंह उर्फ रोनी ने रोहित गोदारा और वीरेन्द्र चारण से नितिन फौजी की मोबाइल पर बात करवाई और उसे जयपुर में एक व्यक्ति को मारने के लिए तैयार किया गया। भवानी सिंह उर्फ रोनी ने 28 नवंबर को नितिन फौजी को टैक्सी से जयपुर भिजवाया। नितिन फौजी को रुकने का स्थान, हथियार और वाहन उपलब्ध करवाने वाले व्यक्ति को 2 दिन पहले ही चिह्नित कर लिया गया था।
बातचीत के दौरान की थी अंधाधुंध फायरिंग
5 दिसंबर को नितिन फौजी अजमेर रोड पर रोहित राठौड़ से मिला। इन दोनों को नवीन शेखावत स्कॉर्पियों में बैठाकर यहां से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के मकान पर ले गया। बैठक में बातचीत के दौरान दोनों शूटर्स ने अंधाधुंध फायरिंग कर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और नवीन सिंह शेखावत की हत्या कर दी। वहीं तीसरे व्यक्ति अजीत सिंह को घायल कर दिया था। नितिन फौजी के पास एक जिगाना पिस्टल और एक मैगजीन थी, जिसमें 220 राउंड थे। इसके अलावा दूसरी पिस्टल 30 और उसकी एक मैगजीन जिसमें 15 राउंड थे। शूटर रोहित राठौड़ के पास एक पिस्टल और उसकी एक मैगजीन जिसमें 13 राउंड थे।
शनिवार रात करीब 8 बजे पकड़े गए दोनों शूटर्स
गोगामेड़ी को मारने के बाद दोनों शूटर्स स्कूटी, ऑटो से अजमेर रोड पहुंचे। वे राजस्थान रोडवेज की बस से डिडवाना पहुंचे। डिडवाना से एक टैक्सी लेकर सुजानगढ़ गए। सुजानगढ़ से वॉल्वो बस से धारूहेड़ा पहुंचे। धारूहेड़ा से ऑटो लेकर रेवाड़ी पहुंचे। रेवाड़ी से ट्रेन से करीब 4:40 बजे शाम को रवाना होकर हिसार पहुंचे। यहां पर उदम सिंह के साथ टैक्सी लेकर मनाली पहुंचे और वहां 2 दिन होटल में रुके। शनिवार शाम को करीब 5-6 बजे वे चंडीगढ़ पहुंचे और वहां होटल कमल पैलेस में रुके। यहीं से रात करीब 8 बजे पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया।