REWA. रीवा में कहासुनी को लेकर एसआई ने थाना प्रभारी को गोली मार दी। घटना सिविल लाइन थाने की है। यहां एसआई बीआर सिंह ने थाना प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा को चेंबर में घुसकर फायरिंग कर दी। गंभीर रूप से घायल टीआई हितेंद्र नाथ को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया की टीआई की हालत खतरे से बाहर हैं।
आरोपी SI पुलिस हिरासत में, ADG ने किया बर्खास्त
साथ ही पुलिस ने थाना प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा पर गोली चलाने वाले आरोपी एसआई बीआर सिंह को हिरासत में ले लिया है। आरोपी एसआई टीआई के चेंबर में बंद था, जिसे करीब 9 घंटे बाद पुलिस ने कस्टडी में लिया है। पुलिस ने आरोपी एसआई पर हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है। साथ ही दो पिस्टल बरामद की गई। वहीं मामले में एडीजी ने आरोपी को बर्खास्त कर दिया है। मामले में एसपी का कहना है कि घटनाक्रम के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अभी घायल टीआई की जान बचाना प्राथमिकता है।
डॉक्टरों ने कंधे से निकाली गोली, हालत खतरे से बाहर
फायरिंग में थाना प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिनका अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां भोपाल और जबलपुर से आई डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी कर उनके कंधे से गोली निकाल दी है। डॉक्टरों के अनुसार टीआई की हालत खतरे से बाहर हैं।
TI शर्मा और SI सिंह के बीच हुई थी बहस
घटना गुरुवार दोपहर 3 बजे सिविल लाइन थाने में हुई। जिस समय फायरिंग उस दौरान थाने में बाकी स्टाफ भी मौजूद था। बताया जा रहा है कि किसी मामले को लेकर टीआई हितेंद्र नाथ शर्मा और एसआई बीआर सिंह के बीच बहस हुई। बाद में एसआई बीआए सिंह टीआई के चेंबर में घुसे और थाना प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा पर फायर कर दिया। इसके बाद खुद को भी गोली मार ली। घटना के वक्त थाने में बाकी स्टाफ भी मौजूद था।
थाना प्रभारी के चेंबर में एसआई को किया था बंद
आरोपी एसआई दो पिस्टल लेकर थाना प्रभारी के चेंबर में घुसा था। फायरिंग की आवाज सुनकर अन्य पुलिसकर्मियों ने टीआई को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। इसके साथ ही बाहर से कुंडी लगाकर एसआई को चेंबर में ही बंद कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने करीब 9 घंटे बाद पुलिस ने आरोपी एसआई को कस्टडी में लिया है। आरोपी एसआई के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज कर उसे बर्खास्त कर दिया गया है।
काफी मशक्कत के बाद आरोपी एसआई को कस्टडी में लिया
घटना के बाद आईजी, एसपी समेत पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और टीआई के चेंबर में बंद आरोपी बीआर सिंह से बात की, साथ ही उसे बाहर निकालने की कोशिश की। लेकिन आरोपी के पास पिस्टल थी। इसलिए पुलिस ने सोच समझकर कर काम किया। इस दौरान थाना परिसर के बाहर की लाइट बंद की गई। इसके बाद थाने में पहुंचे ASP अनिल सोनकर, एसडीओपी समरजीत सिंह और एक रिटायर टीआई एपी सिंह को आरोपी एसआई बीआर सिंह से बातचीत करने के लिए भेजा गया। काफी मशक्कत के बाद उसे कस्टडी में ले लिया गया।
जानें क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि एसआई बीआर सिंह वर्तमान में सिविल लाइन थाने में थाना प्रभारी शर्मा के अधीनस्थ थे। सात दिन पहले ही उन्हें पुलिस लाइन अटैच किया गया था। जिसके बाद से उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही हैं। गुरुवार को जब एसआई बीआर सिंह थाने पहुंचे। उस समय थाना प्रभारी हितेंद्र शर्मा चेंबर में फाइलें देखने में व्यस्त थे, इस दौरान बीआर सिंह ने थाना प्रभारी के चेंबर में जाकर पूछा कि मुझे लाइन किसने भेजा। इस पर टीआई शर्मा बोले- यह एसपी साहब की व्यवस्था है, उनसे पूछो तो बेहतर होगा। इसके बाद एसआई बीआर सिंह ने पिस्टल निकाली और गोली चला दी।