मनोज भार्गव, SHIVPURI. भौंती थाना अंतर्गत मानपुर गांव के केवट परिवार में उस वक्त खुशियां लौट आईं जब चार बहनों को इकलौता भाई पुलिस की मदद से राखी के दिन घर लौट आया। 7 माह के भाई को देख बहनों की आंखों में खुशी के आंसू बहने लगे वहीं मां भी अपने जिगर के टुकड़े को देखकर रो पड़ी। यहां बता दें , तीन दिन पहले रविवार, 27 अगस्त को कार्तिक (7 माह) एक महिला और उसका बेटा बाइक से अपहरण कर ले गए थे। उसके बाद पुलिस ने कार्तिक को अगवा कर जयपुर ले जाने वाली महिला के पास से ही बरामद किया। आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि साजिश में सहयोगी बना उसका बेटे की पुलिस को तलाश है। इस अपहरण को लेकर रविवार से क्षेत्र में चक्का जाम और प्रदर्शन जारी थे।
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आरोपी महिला घर में रुकी और कार्तिक को लेकर हो गई थी फरार
शिवपुरी के भौंती थाना अंतर्गत ग्राम मानपुर की रहने वाली आरती केवट का 7 माह का बेटा कार्तिक और चार बेटियां हैं। रविवार को अनजान महिला ने थोड़ी देर रुकने के लिए कहा। उसके साथ बाइक पर उसका बेटा भी था। जिस पर आरती ने उसे घर में रुका लिया। इसी दौरान जब आरती काम में व्यस्त हो गई तो उसके मासूम बेटे कार्तिक को लेकर फरार हो गई। इसके बाद थौंती थाने में अपहरण का केस दर्ज किया गया। पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। चार बहनों के एकलौते भाई के अपहरण से परिवार का बूरा हाल हो गया। इसके बाद पुलिस ने भी सक्रियता दिखाई और 10 हजार रुपए को ईनाम भी घोषित कर दिया। लोगों की निशानदेही के आधार पर पुलिस ने जयपुर से महिला को दबोचा और कार्तिक को सकुशल खोज निकाला। हालांकि इस अपहरण मामले में सहयोगी बना आरोपी महिला का बेटा अभी फरार है।
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'साइबर सेल की मदद से गुत्थी को सुलझाया'
शिवपुरी एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया का कहना है कि गांव में सीसीटीवी कैमरा नहीं था। जिससे पुलिस को परेशानी हुई, लेकिन साइबर सेल की मदद से पुलिस ने इस पूरी गुत्थी को सुलझाया और पुलिस टीम को जब जयपुर भेजा तो जिस महिला ने कार्तिक को अगवा किया था वह जयपुर में उसे बेचने की फिराक में थी। इसके पहले भी यह महिला गांव से एक बच्ची को अगवा कर चुकी है। ऐसे में पुलिस अब इस पूरे गिरोह के तार जोड़कर सरगना तक पहुंचा जा सके और ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे बड़े नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।