मारुतराज, भोपाल. झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन ने बुधवार देर शाम ही इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था। इसके साथ ही सत्ताधारी पार्टी ने चंपई सोरेन को नया सीएम बनाने के लिए समर्थन का पत्र भी राज्यपाल का सौंपा था। इसके बाद भी राज्यपाल की ओर से चंपई सोरेन को सीएम पद की शपथ दिलाने के लिए नहीं बुलाया गया है। इससे कयास लगाए जाने लगें हैं कि झारखंड में ऑपरेशन लोटस हो सकता है। यानी बीजेपी जेएमएम के विधायकों को तोड़कर अपनी सरकार बना सकती है या वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।
चंपई सोरेन ने लिखा पत्र
राजनीतिक घटनाक्रम में सबसे बड़ा अपडेट यह आया है कि सीएम पद के लिए जेएमएम गठबंधन की ओर से तय किए गए चंपई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को पत्र लिखकर जल्द से जल्द सरकार के गठन का अनुरोध किया है। सोरेन का कहना है कि गठबंधन के विधायकों की ओर से राज्यपाल को पत्र सौंप दिया गया है। इसके बाद भी सरकार गठन के लिए न बुलाया जाना गलत है। राज्य में सरकार का न होना गलत है।
गठबंधन की सरकार
झारखंड में जेएमएम के 29 और कांग्रेस के 16 सहित अन्य के 2 विधायक सरकार के साथ हैं। इस तहर यहां गठबंधन की सरकार चल रही है। हालांकि, झारखंड के राज्यपाल ने JMM विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को राजभवन में मिलने के लिए गुरुवार शाम 5:30 बजे का समय दिया है।
ऑपरेशन लोटस की संभावना
25 विधायकों के साथ बीजेपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी कांग्रेस व अन्य विधायकों को अपने साथ मिलाकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। राज्यपाल की ओर से सरकार बनाए जाने के लिए बुलाए जाने पर बहुमत का आंकड़ा जुटाना आसान हो सकता है।
सरकार गिराने 8 विधायक को तोड़ना होगा
बीजेपी को फ्लोर टेस्ट के दौरान सरकार गिराने के लिए 8 विधायकों को तोड़ना होगा। सरकार के पास 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इनकी संख्या 40 से कम होने के बाद ही सरकार गिर सकती है।
भाजपा को चाहिए 10 विधायक
निर्दलीय को जोड़कर एनडीए के 32 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए उन्हें कम से कम 10 और विधायकों की जरूरत होगी।
झारखंड विधानसभा का गणित
कुल संख्या 82
जेएमएम 29
बीजेपी 25
कांग्रेस 16
अन्य 10
रिक्त 01
बहुमत के लिए चाहिए 43
जेएमएम गठबंधन के पास 47