BHOPAL. 10 जनवरी में अब पांच दिन का वक्त बचा है। 1250 की अगली किस्त के लिए लाड़ली बहनों का इंतजार बढ़ता जा रहा है। वहीं, सरकार की तरफ से संकेत मिले हैं कि शिवराज सरकार में शुरू हुई लाड़ली बहना योजना बंद नहीं होगी। इस बार बहनों के खाते में 10 जनवरी को फिर से राशि आएगी। मप्र सरकार ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। महिला एवं बाल विकास आयुक्त ने योजना के पात्र हितग्राहियों की सूची को लेकर एक पत्र जारी किया है। लेकिन पत्र के जारी होने के बाद योजना को लेकर सियासत भी शुरू हो गई। इस पत्र को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने योजना पर सवाल उठाए हैं। उमंग सिंघार ने कहा कि 'पात्र' और 'अपात्र' की छंटनी शुरू हो गई है।
क्या है आदेश
बता दें कि महिला एवं बाल विकास आयुक्त ने शुक्रवार को 'लाड़ली बहना योजना' के तहत अजीब सा आदेश निकाला। इस आदेश में जिलों के कार्यक्रम अधिकारियों को 'पात्र हितग्राहियों' की सूची बैंकों को भेजने के लिए कहा गया है। जब पिछले चार-पांच महीनों से जिस सूची के आधार पर लाड़ली बहनों को आर्थिक मदद दी जा रही है, क्या वो पात्र हितग्राहियों की सूची नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने अपनी एक्स पोस्ट पर लिखा कि आदेश की भाषा संदेह उत्पन्न करती है कि मोहन सरकार इस योजना में कुछ खुरपेंच करने वाली है। 'पात्र' और 'अपात्र' की पड़ताल करके ज्यादातर बहनों को योजना का लाभ देने से वंचित कर दिया जाए तो आश्चर्य नहीं किया जाना चाहिए। बीजेपी चुनाव जीत गई, शिवराज सिंह चौहान विदा हो गए, अब कुछ भी हो सकता है।
बीजेपी ने किया पलटवार
योजना को लेकर नेता प्रतिपक्ष के सवालों का बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने जवाब में सोशल मीडिया पर लिखा कि विधानसभा में हुई चुनावी हार से लगता है कि कांग्रेस के नेताओं की बुद्धि भी मंद हो गई है। वो अभी भी गहरे सदमे से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। तभी तो वो राज्य सरकार के आदेश को भी ठीक से पढ़ व समझ नहीं पा रहे हैं। यह आदेश लाड़ली बहनों को नियत तारिख 10 को भुगतान करने के लिए जारी किया गया है। इसमें कहीं भी छंटनी शब्द का उल्लेख नहीं है। कांग्रेस ये जान ले कि मुख्यमंत्री जी स्पष्ट कर चुके हैं कि कोई भी योजना बंद नहीं होगी। कांग्रेस को करारी हार से सबक लेते हुए अब तो झूठ बोलना बंद कर देना चाहिए। इसी झूठ के कारण जनता ने इन्हें हमेशा के लिए घर बैठा दिया है।
यह पहला मौका नहीं है जब लाड़ली बहन योजना को लेकर सवाल खड़े हुए हों। 16वीं विधानसभा पहले सत्र में भी लाड़ली बहना को लेकर कांग्रेस ने मोहन सरकार को जमकर घेरा था। इस पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने खुद सफाई देते हुए कहा था कि प्रदेश की कोई भी योजना बंद नहीं होगी। अब एक बार फिर इस योजना पर प्रश्न खड़े किए जा रहे हैं।