AJMER. राजस्थान के अजमेर संभाग का सबसे बड़ा जेएलएन हॉस्पिटल बिपरजॉय तूफान के कारण रविवार (18 जून) को पानी से लबालब हो गया। ओपीडी में आने वाले और इनडोर वार्ड में भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दूसरी और रविवार देर रात को मेल ऑर्थोपेडिक वार्ड में पानी भर गया। इससे वहां भर्ती मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करना पड़ा। पूरा अस्पताल पानी पानी हो गया है। मरीज, अटेंडर और अस्पताल स्टाफ को भी भारी मसक्कत करनी पड़ रही है। वहीं मरीजों में इंफेक्शन की भी आशंका बढ़ गई है।
अस्पताल में पानी ही पानी
बिपरजॉय तूफान के कारण मेडिकल कॉलेज ग्राउंड, कार्डियोलॉजी, यूरोलॉजी एवं आसपास के परिसर में पानी भर गया। इसके कारण वहां पर आने वाले मरीजों को पानी में से होकर आना पड़ा। वही, हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन काउंटर, निशुल्क दवा वितरण केंद्र, सोनोग्राफी, एक्स-रे, ऑर्थोपेडिक, सर्जरी, आई, मेडिसिन एवं ओपीडी, इमरजेंसी सेंट्रल लैब के चारों और गलियारों में पानी-पानी हो गया।
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मरीजों को किया शिफ्ट
जेएलएन हॉस्पिटल परिसर में भूतल पर स्थित मेल ऑर्थोपेडिक वार्ड में देर रात तक एक-एक फुट पानी भर गया। मरीजों और उनके परिजनों की परेशानी को देखते हुए सभी मरीजों को दूसरी मंजिल स्थित पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड एवं इमरजेंसी के निकट ट्रॉमा वार्ड में शिफ्ट करा दिया गया।
हॉस्पिटल परिसर में फैली दुर्गंध
बरसाती पानी के साथ ही हॉस्पिटल के सिवरेज का पानी मिलने से पूरे परिसर में दुर्गंध ही दुर्गंध फैल गई। इसके कारण वहां आने वाले मरीजों और इंदौर वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उनको लैब में जांच कराने और रेफरल मरीजों को डॉक्टर को दिखाने के लिए परिसर में भरे हुए पानी से गुजरने पर मजबूर होना पड़ा। मरीज और उनके परिजनों का बदबू के मारे बुरा हाल हो गया और उनके नाक पर रुमाल बांधकर रास्ता पार करना पड़ा।
उदयपुर में आज सुबह थमी बारिश, वल्लभनगर में 5 इंच बारिश
उदयपुर में बिपरजॉय तूफान का असर सोमवार (19 जून) सुबह कम दिखने को मिला। सुबह से उदयपुर में बारिश थमी हुई और हवाओं का असर भी कम हुआ है। मौसम जरूर ठंडा है। सूर्य नारायण के दर्शन अभी तक नहीं हुए हैं। पिछले दो दिनों से हुई बारिश का सबसे ज्यादा असर उदयपुर जिले के गोगुंदा क्षेत्र में रहा और वहां पर कई जलाशयों में पानी की आवक हुई है। जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में उदयपुर जिले में सबसे ज्यादा बारिश वल्लभनगर में 5 इंच दर्ज की गई, इसके अलावा गोगुंदा व कोटड़ा में 3-3 इंच बारिश हुई है। गोगुंदा क्षेत्र में पहली जून से अब तक करीब 14 इंच बारिश हो चुकी है। उदयपुर शहर में एक इंच बारिश हुई और अब तक कुल दो इंच पानी इन दो दिनों में बरसा है।
कई कच्चे घर गिरे, बड़ा नुकसान
उदयपुर जिले के गोगुंदा और कोटड़ा क्षेत्र में हुई बारिश से कई कच्चे घर गिर गए और बड़ा नुकसान पहुंचा है। गोगुंदा क्षेत्र के जसवंतगढ़ इलाके पेड़ गिरने से बिजली का पोल भी गिर गया। वहां पर बिजली निगम की टीम ने रविवार (18 जून) को पेड़ हटाने के साथ-साथ वहां से पोल भी वापस खींचकर रस्ते से हटाया इसके अलावा गोगुंदा क्षेत्र में दादिया ग्राम पंचायत के सिवडिय़ा गांव में रविवार को एक मकान तेज हवाओं और बारिश से गिर गया। उदयपुर-पिंडवाड़ा हाईवे पर चट्टानों से बारिश का पानी गिर रहा है और कई स्थानों पर चट्टानें गिरी है।
इधर, जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बिपरजॉय के असर को देखते हुए उदयपुर जिले में सोमवार (19 जून) को भी महंगाई राहत कैंप और प्रशासन गांव व शहर के संग अभियान स्थगित करने के आदेश निकाले।