BHOPAL. राजधानी भोपाल में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ते जा रहा है। आवारा कुत्ते लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं। वे राह चलते लोगों को निशाना बना रहे हैं। स्ट्रीट डॉग बच्चों पर ज्यादा हमला कर रहे हैं। इन आवारा कुत्तों के खिलाफ नगर निगम ने मुहिम चलाई लेकिन पेट लवर्स अभियान को सफल नहीं होने दे रहे।
बुधवार को कुत्तों ने 45 लोगों को काटा
राजधानी के लगभग हर हिस्से में आवारा कुत्तों द्वारा सड़क चलते लोगों को काटने की खबरें आ रही है। भोपाल में बुधवार को कुत्तों ने 45 लोगों को काट लिया। डॉग बाइट की घटनाओं में बच्चे भी शामिल हैं। इन लोगों को हमीदिया और जेपी हॉस्पिटल में रैबीज के इंजेक्शन लगवाए। कुत्तों के शिकार बने लोग अस्पताल में इंजेक्शन के लिए कतार लगाकर खड़े रहे। इससे पहले मंगलवार को मिसरोद क्षेत्र में 2 बच्चों समेत 41 लोग को कुत्तों ने काटा था। दो दिनों आवारा कुत्ते 86 लोगों पर हमर चुके है।
नगर निगम की कार्रवाई में बाधा बन रहे पेट लवर्स
वहीं बढ़ते मामलों को लेकर नगर निगम ने आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया है मगर, इस अभियान में सबसे बड़ी बाधा पेट लवर्स बन रहे हैं। नगर निगम का जो दल कुत्तों को पकड़ने जाता है, पेट लवर्स उनसे विवाद करने पहुंच जाते है। जिसके बाद निगम कर्मियों से नोंक-झोंक करने पर अब तक 7 पेट लवर्स पर केस दर्ज हो चुके हैं।
महापौर मालती राय ने जताई गंभीरता
महापौर मालती राय ने इस समस्या को देखते हुए अफसरों की बैठक बुलाई, जिसमें निगम कमिश्नर नोबल फ्रैंक, एमआईसी मेंबर आरके सिंह बघेल समेत अन्य अधिकारी भी शामिल थे। महापौर ने कहा कि हर रोज 20 से 30 नसबंदी की जा रही हैं, लेकिन यह समस्या बढ़ रही है। इसके साथ ही महापौर ने लोगों से अपील की है कि वे अपने पालतू कुत्तों को पिंजरे में रखें ताकि ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें। महापौर मालती राय का कहना है कि कर्मचारी 20 किलो का भारी पिंजरा लेकर दौड़ते हैं और मुश्किल से पकड़ते हैं, लेकिन वे (पेट लवर्स) छुड़ा ले जाते हैं। ऐसे पेट लवर्स पर आगे भी केस दर्ज कराएंगे। महापौर ने हेल्पलाइन पर आई शिकायतों की सुनवाई की भी जानकारी दी, जिसमें 321 शिकायतें शामिल हैं। इस पर उन्होंने निगम अधिकारियों को डॉग पकड़ने की टीम बढ़ाने के लिए आदेश दिया है।
तेजी से बढ़ रहे डॉग बाइट के मामले
बता दे कि भोपाल के अयोध्या नगर के मीनाल रेसीडेंसी में आवारा कुत्तों ने हमला कर 7 माह के बच्चे की जान ले ली थी। बच्चे का शव लहूलुहान हालत में मिला था। इस घटना के बाद से कुत्तों के काटने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। मंगलवार को स्ट्रीट डॉग ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में 41 लोगों को शिकार बनाया। इसमें मिसरोद के सलैया इलाके में 2 युवकों को श्वान के झुंड ने काटा लिया। पीजीबीटी कॉलेज के पास एक फल विक्रेता घर के सामने काम कर रहा था। इसी दौरान आए कुत्ते ने उसके पैर में काट लिया। मंगलवार को समरधा स्थित सिग्नेचर एस-9 कॉलोनी में स्कूल से लौट रहे 2 मासूमों पर कॉलोनी में ही 4 आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। दोनों बुरी तरह घायल हो गईं। इन घटनाओं के बाद जेपी अस्पताल में मरीजों की भीड़ लग गई। लोग इंजेक्शन लगाने पहुंच रहे है। जानकारी के अनुसार अकेले जेपी अस्पताल में मंगलवार को 130 लोगों को रेबीज के इंजेक्शन लगाए गए हैं।
मीनाल रेसीडेंसी में बच्चे की दर्दनाक मौत पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने भी सख्त टिप्पणी की। कहा- यह घटना दिल दहला देने वाली है। इसमें अधिकारी ही जिम्मेदार हैं, क्योंकि जवाबदार वे ही हैं। इसलिए संबंधित अधिकारियों को नोटिस दे रहे हैं।