INDORE. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में 6 जून को एक ढाई माह के बच्चे की संदिग्ध मौत हो गई। दरअसल, सुबह परिजन बच्चे को मृत अवस्था में लेकर एमवाय अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर किया। डॉक्टर ने बच्चे की दम घुटने से मौत की आशंका जताई। एमवाय अस्पताल प्रबंधन के डॉक्टरों ने जब उसका पोस्टमार्टम कर मौत की हकीकत का पता लगाने की बात कही तो परिजन अस्पताल के स्टाफ को चाकू से धमकाकर बच्चे का शव लेकर भाग गए। पुलिस ने बच्चे का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस माता-पिता से भी पूछताछ कर रही है।
अस्पताल पहुंचने से पहले थम चुकी थी मासूम की सांस
इंदौर खजराना पुलिस के मुताबिक तौफिक निवासी जल्ला कॉलोनी मंगलवार 6 जून की सुबह करीब 8 बजे अपने ढाई माह के बेटे असराल को एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां तौफिक के साथ उसका दोस्त साहिल भी आया था। तौफिक ने डॉक्टरों को बताया कि उसके बेटे की सांसें नहीं चल रही है। कैजुअल्टी विभाग से डॉक्टरों ने बच्चे को सीधे इमरजेंसी वार्ड में रैफर कर दिया। डॉक्टरों ने चैकअप किया तो उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने दम घुटने से मौत की आशंका जताई और परिवार से कारणों को समझा। तौफिक ने डॉक्टरों को पूरा घटनाक्रम बताया। तब डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसलिए इसे मॉर्चुरी भिजवाना पड़ेगा। लेकिन तौफिक ने शव को अस्पताल ले जाने से इंकार कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी शिकायत खजराना थाना से की है।
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दोस्त ने चाकू निकालकर स्टाफ को धमकाया
एमवाय अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि तौफिक ने अपने बच्चे का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। वे बच्चे का शव अपने साथ ले जाने लगे। अस्पताल की सिक्योरिटी और नर्सिंग स्टाफ ने उन्हें रोका तो तौफिक के साथ आए उसके दोस्त साहिल ने स्टाफ के सामने चाकू निकाल दिया और शव ले जाने के लिए धमकाने लगा। जिसके बाद वे दोनों अस्पताल से बच्चे का शव लेकर चले गए। मामले की सूचना खजराना पुलिस को दी गई है।
पुलिस ने मासूम का शव बरामद कर पीएम के लिए भेजा
खजराना टीआई दिनेश वर्मा ने बताया कि शिकायत के बाद बच्चे का शव बरामद कर लिया है। उसे पीएम के लिए भिजवाया है। माता-पिता से पूछताछ कर रहे हैं। सुबह 6.30 बजे तो उसने मां का दूध पीया था। इसके बाद उसके मुंह से खून निकलने लगा। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता लग सकेगा। वे बच्चे को दफन करने के लिए अस्पताल से ले गए थे। उनके पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है।