JAIPUR. रिश्वत मामले में पति की गिरफ्तारी के बाद निलंबित की गई जयपुर हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर ने कहा है कि वे हर तरह की जांच के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र किया गया है और हर पहलू की जांच होनी चाहिए। उन्हें किसी बात का डर नहीं है।
निलंबित होने के बाद मेयर का बयान आया सामने
हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर को राजस्थान सरकार ने शनिवार देर रात निलंबित कर दिया था। उनके पति सुशील गुर्जर दो दलालों के साथ एक पट्टे की फाइल के एवज में दो लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए थे। सरकार ने इन मामलों में मेयर की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए उन्हें भी निलंबित कर दिया था। सरकार की कार्रवाई के बाद अमृत महापौर का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि यह राजनीतिक षड्यंत्र है और उन्हें न्यायपालिका और उसके ऊपर जो सुदर्शन चक्र वाला बैठा है, उन दोनों पर पूरा भरोसा है। निलंबित महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि पहले भी साइन अभियान चले, मीटिंग्स हुई, लेकिन सच सबके सामने आना चाहिए, कोई इशू नहीं है।
जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही हूं- निलंबित मेयर
निलंबित मेयर मुनेश गुर्जर ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही हैं, इसलिए कोई डर नहीं है। निलंबित मेयर ने कहा कि जिस तरह से वो लोगों से मिलती हैं, जिन लोगों का काम करती हैं, जितनी फाइलें उनके साइन से निकली हैं, सबकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने सिविल लाइन (मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का विधानसभा क्षेत्र) की कितनी फाइलें निकाली हैं, उनके साइन से कितनी फाइल निकली हैं और उनके पास कौन-कौन सी शिकायतें हैं, वो सब खुलासे होने चाहिए।
जांच होनी चाहिए, कोई डर नहीं है: मुनेश गुर्जर
मुनेश गुर्जर ने प्रताप सिंह खाचरियावास के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सीएम साहब के यहां से फोन आता और यदि ऐसा कुछ है तो ये प्रूव किया जा सकता है। वो किससे मिलीं, किससे बात की और दोषी हैं तो उसकी जांच होनी चाहिए, कोई दिक्कत नहीं है। कोई डर नहीं है। उनके यहां एक-एक दिन में 200 से 300 फाइलें आती हैं, वो फाइलें निगम में न जाने कितने दिन से चल रही होती हैं। लेकिन, उनके पास फाइनल साइन के लिए आती हैं। कोई एक फाइल नहीं आती, जिसे फॉलो करते घूमेंगी। उन्होंने कहा कि जो शिकायतकर्ता होता है, वो फाइल का प्रतिनिधि होता है। वो शिकायत करे, उसे साबित करे। उन्होंने कहा कि लोग लोकतांत्रिक देश में रहते हैं, सब स्वतंत्र हैं। संविधान का अपना महत्व है, राहुल गांधी को भी षड्यंत्र से बर्खास्त किया गया, लेकिन न्यायपालिका से वो बहाल होकर आए हैं। मुनेश गुर्जर ने प्रताप सिंह खाचरियावास को अपनी कॉल डिटेल देने की बात कही। साथ ही कहा कि मंत्री जी ने उनसे कितनी बार बात की है, कितनी शिकायतें लिखित में दी हैं, कितने लेटर अपने काम के उन तक भेजे हैं और वो काम किसने रोके हैं, वो सब खुलासे हो जाने चाहिए।