संजय गुप्ता, INDORE. देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर स्वच्छता में सांतवे आसमान पर पहुंच गया है। लेकिन इस बार उन्हें यह अवार्ड साझा करना पड़ा। सूरत को भी संयुक्त तौर पर विजेता घोषित किया गया। इंदौर और सूरत दोनों संयुक्त तौर पर देश में सबसे साफ शहर रहे। नई दिल्ली में हुए आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों लगातार सातवीं बार इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी और निगमायुक्त हर्षिका सिंह के साथ पूरी एमआईसी मौजूद थी। अवार्ड लेने के लिए इंदौर से 85 लोग पहुंचे हैं। राष्ट्रपति अवॉर्ड के लिए देशभर से सिर्फ तीन शहरों को आमंत्रित किया गया था। इनमें इंदौर, सूरत और नवी मुंबई शामिल थे। तीनों शहर पिछली बार भी टॉप-थ्री में थे। इंदौर व सूरत को संयुक्त विजेता अवार्ज मिला, वहीं नवी मुंबई तीसरे नंबर पर रहा।
मप्र देश में दूसरा सबसे साफ राज्य, महू केंटोनमेंट अव्वल
वहीं मप्र को सफाई अवार्ड में झटका लगा, वह देश में दूसरे नंबर पर सबसे सफाई वाला राज्य रहा। महाराष्ट्र देश में इस बार सबसे साफ राज्य का खिताब हासिल कर सका है। वहीं छत्तीसगढ़ तीसरे स्थान पर रहा। वहीं देश में सबसे स्वच्छ केंटोनमेंट बोर्ड में महू को खिताब मिला है।
अब कचरा 76 फीसदी प्रोसेस कर रहे
अवार्ड समारोह में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि साल 2014 में केवल 16 फीसदी कचरा प्रोसेस करते थे, अब यह 76 फीसदी है और दो साल में सौ फीसदी कर लेंगे। सचिव मनोज जोशी ने कहा कि 500 शहर लगातार बेहतर कर रहे हैं हमारा लक्ष्य अब बाकी 4500 शहरों पर है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 अवार्ड की थीम वेस्ट टू वेल्थ थी जिसमें 4477 शहर शामिल थे।
सूरत लगातार दे रहा था कड़ा मुकाबला
इंदौर और सूरत के बीच में लगातार सफाई अवार्ड को लेकर कड़ी टक्कर चल रही थी। आखिर इस बार सूरत ने इस अंतर को पाट दिया और वह इंदौर के बराबर आ गया। इस बार नौ हजार अंकों के हिसाब से रैंकिंग की गई है, जिसमें ट्यूलिप इंटर्नशिप, 3 आर, एक्यूआई, सफाई मित्र सुरक्षा और सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के अंक बढ़ाए गए हैं। स्वच्छ भारत मिशन के सलाहकार अमित दुबे ने बताया- 7 स्टार सिटी के लिए 1375 अंकों का प्रावधान है। इस साल 17 शहरों ने 7 स्टार के लिए आवेदन किया था। देश की पहली वाटर प्लस सिटी के 1125 अंक थे, वैधता 2023 में पूरी हो गई। दोबारा सर्वे हुआ है।
इसलिए दावेदारी थी मजबूत, विजयवर्गीय पहले ही कर चुके थे घोषणा
इंदौर के पास सेवन स्टार शहर का तमगा है। इसी के साथ सबसे स्वच्छ श्रेणी में सेवन स्टार के लिए तय 1375 अंक मिलना तय हो गया था। इसके अलावा इंदौर के पास वाटर प्लस सिटी का पुरस्कार भी है। इसके लिए निर्धारित 1125 अंक भी मिलना तय था। इसलिए भी शहर की दावेदारी इस बार सबसे मजबूत थी। मंत्री विजयवर्गीय कुछ दिन पहले ही एक मीडिया कांफ्रेंस में इंदौर को अवार्ड मिलने की सूचना दे चुके थे और यह भी कहा था कि सूरत से कडी टक्कर मिली है।
निगम ने किए नवाचार
स्वच्छता को लेकर देशभर के शहरों के बीच हुई प्रतियोगिता के लिए करीब चार महीने पहले इंदौर में सर्वेक्षण हुआ था। सर्वेक्षण दल ने 15 दिन इंदौर में रहकर अलग-अलग क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया था। इंदौर को सफाई व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ इस क्षेत्र में उसके द्वारा किए गए नवाचारों का फायदा भी इस सर्वेक्षण में मिला है। नगर निगम ने नो थू-थू अभियान, सिंगल प्लास्टिक फेयरवेल पार्टी, इंटर्नशिप विथ मेयर जैसे नवाचार किए हैं। जिसका फायदा भी मिला।
बैकलेन में पोहा पार्टी, नाले में भजन संध्या
वार्ड 49 के तिलक नगर क्षेत्र स्थित बैकलेन में लोगों के साथ पोहा पार्टी का आयोजन चर्चा का विषय रहा। इसी तरह नगर निगम की तरफ से सूखे नाले में भजन संध्या का आयोजन तक किया गया। मूसाखेड़ी क्षेत्र में नाले में लगे मंच पर भजन गायकों ने प्रस्तुति दी थी और लोगों ने नाले में बैठकर भजनों का आनंद लिया था।
- इंदौर को गार्बेज फ्री सिटी सेगमेंट में सेवन स्टार रेटिंग भी मिली है। कचरे को छह हिस्सों में डोर टू डोर सेग्रीगेशन करने के आइडिया को भी अवार्ड मिला। कुल तीन अवार्ड इंदौर के खाते में आए हैं।
- जिले के महू ने भी इतिहास रचते हुए स्वच्छता में नंबर 1 कंटोनमेंट बोर्ड का खिताब पहली बार जीता है। गार्बेज फ्री सिटी में थ्री स्टार रेटिंग मिली है।
सीएम ने प्रदेशवासियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वच्छता सर्वेक्षण में सातवीं बार इंदौर के प्रथम आने पर मध्यप्रदेश और इंदौर वासियों को बधाई दी। सीएम मोहन ने कहा कि इंदौरवासियों ने फिर से ये साबित कर दिया है कि स्वच्छता ना सिर्फ उनकी आदत बन चुकी है, बल्कि अब उनकी सोच में भी स्वच्छता ही है। स्वच्छता की इस सबसे बड़ी उपलब्धि पर मैं समस्त प्रदेशवासियों और स्वच्छता के कार्य में लगी पूरी टीम, स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बधाई देता हूं और अपील करता हूं कि स्वच्छता के लिए आपका यह जुनून कभी कम ना हो। सीएम यादव ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संकल्प लिया है, उसे पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश सदैव कटिबद्ध है।
इंदौर के साथ भोपाल सहित प्रदेश के छह शहरों को अवार्ड
मप्र में 7 वॉटर प्लस शहर, 3 शहरों को ओडीएफ प्लस के साथ ही 7 शहरों को ओडीएफ का दर्जा मिला है। साथ ही ओडीएफ डबल प्लस निकायों की संख्या 361 हुई है। इंदौर सहित प्रदेश के 6 शहरों भोपाल, महू कैंट, बुधनी, अमरकंटक एवं नौरोजाबाद को भी स्वच्छता अवार्ड प्राप्त हुआ है। भारत का सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट का अवॉर्ड 'महू कैंटोनमेंट बोर्ड' को दिया गया।