शेख रेहान, KHANDWA. आम जनता की मेहनत की कमाई और सरकार की मंशा को कैसे पलीता लगाया जाता है, यह खंडवा में 12 साल से बन रहा स्वीमिंग पूल देख कर समझ सकते हैं। खंडवा में 12 साल से बन रहा यह स्वीमिंग पूल अब तक अधूरा है। जनभागीदारी से इसके निर्माण की शुरुआत हुई थी। लागत कई गुना बढ़ी। दावे थे कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाए, लेकिन दावों के उलट ये स्वीमिंग पूल उपयोग योग्य ही नहीं बन पाया। अब तैराकी सीखने के लिए नदी ही खंडवावासियों का सहारा बनी हुई है। स्वीमिंग पूल नहीं बनने से यहां खासतौर से महिला वर्ग को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि खंडवा में ये मुद्दा फिर से सुर्खियों में है।
सवा करोड़ की लागत से शुरू हुआ था निर्माण
खंडवा के इस स्वीमिंग पूल के निर्माण की शुरुआत वर्ष 2012 में करीब सवा करोड़ रुपए की लागत से हुई। जनता के सहयोग से एकत्रित राशि से निर्माण शुरू हुआ था। पीडब्ल्यूडी ने काम अधूरा छोड़ा दिया। फिर नगर निगम ने इसे हस्तांतरित कराया और इसे अंतरराष्ट्रीय मापदंड से तैयार कराने का दावा किया। शासन से राशि मंजूर कराई। अब तक करीब 5 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। 12 साल बीत जाने के बावजूद भी यह स्वीमिंग पूल अधूरा पड़ा है। 5 साल पहले इस निर्माणाधीन स्वीमिंग पूल की छत गिर गई थी। उसके बाद इसके वाटर टैंक में भी लीकेज आने लगे थे। कई बार इसकी डीपीआर बदली गई। आज इसकी लागत दोगुना से ज्यादा हो गई है।
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नदी में स्वीमिंग से महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी
तैराकी सीखने वाले एक बच्चे के परिजन ने बताया कि आमजन मांग कर रहे हैं कि जल्द स्वीमिंग पूल का काम पूरा हो, ताकि तैराकी का हुनर रखने वालों को मंच मिले। नदी पर बच्चे, महिलाएं और पुरुष स्वीमिंग सीखने आते हैं। यहां असामाजिक तत्वों के जमावड़े के बीच महिलाओं को बहुत कुछ झेलना पड़ता है। लोगों का कहना है कि स्वीमिंग पूल होगा तो नदी पर होने वाली शर्मिंदगी से बच पाएंगी। असमाजिक तत्वों की छींटाकशी से भी बच पाएंगी। बच्चों के परिजन अधूरे स्वीमिंग पूल को रोज इस उम्मीद में देखने आते हैं कि यह पूरा हो जाए तो हमारे बच्चे भी तैराकी सीख लें।
स्वीमिंग पूल पर हो रही खूब सियासत
इस मामले में राजनीति भी खूब हो रही है। विपक्ष जहां इसे भ्रष्टाचार की मूरत बता रहा है। कह रहा है कि नगर निगम में राजनीति करने वाले इस स्वीमिंग पूल के बहाने लगातार भ्रष्टाचार करते आ रहे हैं। इससे पहले कांग्रेसी यहां अनोखा विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं। अधूरे स्वीमिंग पूल का फीता काटा जा चुका है। पूल में पानी से भरी बाल्टी लेकर नहा भी चुके हैं। हालात नहीं बदले। उधर, महापौर का कहना है कि विपक्ष सिर्फ आरोप लगाने की राजनीति कर सकता है।
काम पूरा होने पर लोगों के लिए स्वीमिंग पूल शुरू होगा
खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह का कहना है कि स्वीमिंग पूल के निर्माण की मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके लीकेज दुरुस्त कराए जा रहे हैं। इसके बाद ही यहां के अन्य काम पूरे कर लोगों के लिए इसे शुरू किया जाएगा।
स्वीमिंग पूल का निर्माण ना होना सवालों में
स्वीमिंग पूल का कई साल तक निर्माण पूरा नहीं होना सवालों की एक फेहरिस्त तैयार करता है। इन सवालों के जवाब कब मिलेंगे, यह तो जिम्मेदार भी दावे से नहीं बता पा रहे हैं। जनता को एक अदद स्वीमिंग पूल नहीं मिल रहा है, जिम्मेदार लीकेज दुरुस्त नहीं कर पा रहे हैं।