संजय गुप्ता, INDORE. मैडीकैप्स ग्रुप के रमेशचंद्र मित्तल और उनके पार्टनर अनुराग पिता चंद्र दत्त की क्रिस्टल डेवकॉन कंपनी को तगड़ा झटका लगा है। इनके देवगुराडिया भिचौली हप्सी के आनंदा ग्रांड नाम से आए प्रोजेक्ट की जनवरी 2013 में जारी संशोधित टीएंडसीपी निरस्त कर दी गई है। टीएंडसीपी ने इस संबंध में सभी पक्षों को सुनने के बाद यह आदेश जारी कर दिया है। टीएंडसीपी निरस्त होने का मतलब है कि संशोधित मंजूरी वाले हिस्सा का प्रोजेक्ट ही अवैध हो गया है, रेरा मंजूरी भी नहीं रहेगी और यहां खरीदी-बिक्री अवैधानिक होगी। मित्तल के इस प्रोजेक्ट की मंजूरी भूमाफिया चंपू अजमेरा के भगोड़े भाई नीलेश अजमेरा ने ही ली थी, उस समय कंपनी में वह डायरेक्टर था और टीएंडसीपी के आदेश में नीलेश अजमेरा का नाम उल्लेखित है। कंपनी में संदीप तेल (जिनकी जनवरी 2019 में हत्या हुई थी) भी डायरेक्टर रहे हैं।
करोड़ों का झटका लगा है कंपनी को
रेरा में जो प्रोजेक्ट की लागत साल 2016 में रेरा की मंजूरी के समय बताई गई थी वह 17 करोड़ थी। इसमें नौ करोड़ विकास काम के और आठ करोड़ जमीन की कीमत आंकी गई थी। ऐसे में यदि अब कंपनी की उच्च स्तर पर अपील में दलील नहीं चली तो कंपनी के प्रोजेक्ट के लिए मुश्किल बढ़ जाएंगी।
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ट्रेचिंग ग्राउंड के 500 मीटर एरिया में आ रहे सर्वे नंबर
जानकारी के अनुसार कंपनी की यह मंजूरी एक शिकायती आवेदन के बाद हुआ है। कंपनी कुल 6.643 हेक्टेयर जमीन पर अपना यह प्रोजेक्ट लेकर आई थी, जिस पर 29 नवंबर 2012 को आवासीय भूखंड का अनुमोदन टीएडंसीपी से किया गया। बाद में जनवरी 2023 में इस पर संशोधित मंजूरी ली गई। लेकिन केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के पत्र का हवाला देकर टीएंडसीपी ने कहा कि 12 जनवरी 2023 को जारी की गई संशोधित मंजूरी का कुछ हिस्सा ट्रेचिंग ग्राउंड के 500 मीटर के दायरे में आ रहा है, इसलिए यह मंजूरी निरस्त की जाती है।
यह है केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड का आदेश
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड द्वारा 15 अप्रैल 2019 को जारी पत्र के अनुसार ट्रेचिंग ग्राउंड की परिधि में 500 मीटर के बफर जोन में भूमि प्रभावित होती है। प्रोजेक्ट के सर्वे नंबर 8/1, 8/2, 8/3 की एक हेक्टेयर जमीन का हिस्सा ट्रेचिंग ग्राउंड के बफर जोन में आ रहा है।
कंपनी में अजमेरा और तेल भी जुड़े रहे
क्रिस्टल डेवकॉन कंपनी नवंबर 2009 में बनी थी। इसमें बाद में नीलेश अजमेरा डायरेक्टर बने। बाद में उसकी पत्नी सोनाली भी डायेक्टर बनी। इसके बाद अजमेरा और संदीप तेल (जिनकी हत्या जनवरी 2019 में हुई थी) के आपसी लेन-देन के चलते इसमें अजमेरा का इस्तीफा होता है और फिर संदीप तेल उर्फ अग्रवाल के साथ उसके दोस्त संदीप गुप्ता की भी इंट्री होती है। तेल एडिशनल डायरेक्टर और गुप्ता डायरेक्टर बना। हालांकि बाद में दोनों ही हट गए और अभी कंपनी में मित्तल के साथ अनुराग दत्त ही डायरेक्टर है।