भोपाल. अब तक फाइलों पर रैंग रहा महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट केन - बेतवा लिंक जल्दी ही रफ्तार पकड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योकि अब इस प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग भोपाल से होगी। भोपाल में कोलार रोड पर स्वर्ण जयंती पार्क के पास केन -बेतवा लिंक प्रोजेक्ट का ऑफिस भी तैयार हो रहा है और अधिकारिओं ने भोपाल से ही इस पर काम भी शुरू कर दिया है। अभी इस प्रोजेक्ट के लिए नेशनल वॉटर डेवलपमेंट एजेंसी (एनडब्लूडीए) दिल्ली से प्लानिंग और वर्किंग हो रही थी। इस वजह से प्रोजेक्ट की चाल धीमी थी। इसी को देखते हुए अब एजेंसी मॉनिटरिंग और वर्किंग के लिए भोपाल में ऑफिस बना रही है। यहां से एनडब्लूडीए मप्र में जल संसाधन विभाग के कोऑर्डिनेशन से प्रोजेक्ट पर काम करेगा।
देश के पहले नदी जोड़ो प्रोजेक्ट की स्थिति :
केंद्रीय जल आयोग, एनडब्लूडीए और जल संसाधन विभाग द्वारा साल 1995 से मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच केन - बेतवा लिंक प्रोजेक्ट पर सहमति बनाकर काम किया जा रहा था। साल 2001 में दोनों राज्यों के साथ केंद्र सरकार ने त्रिपक्षीय समझौता साइन किया था। तब से यह प्रोजेक्ट फाइल में ही चल रहा था। साल 2006 में इसकी डीपीआर पर काम शुरू हुआ और अलग -अलग विभाग और संस्थाओं की मदद के बाद साल 2023 में पीएम ने इसका शिलान्यास किया था, तब से दिल्ली से ही इसकी मॉनिटरिंग की जा रही थी। बड़े प्रोजेक्ट की कछुआ चाल को देखते हुए अब अधिकारिओं को भोपाल भेजा गया है। इस प्रोजेक्ट के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर सहित अन्य टेक्निकल और एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ भोपाल के कोलार रोड स्थित ऑफिस से प्रोजेक्ट को गति देंगे।
भूमि अधिग्रहण और पुनर्वास की होगी निगरानी :
मप्र के छतरपुर, पन्ना और यूपी के बांदा जिलों में केन- बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के लिए जमीनों के अधिग्रहण के साथ -साथ ग्रामीणों के पुनर्वास की रफ़्तार बढ़ाने के भी जरुरत है। अभी इससे जुडी शिकायतों और असंतुष्टों की सुनवाई भी भोपाल में अधिकारिओं के बैठने से नियमित होने लगेगी। वहीं नहरों, बांध और उससे सम्बंधित काम भी टेक्निकल स्टाफ की निगरानी में तेजी से आगे बढ़ेंगे।