Bhopal. सीधी में आदिवासी युवक पर बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा पेशाब करने का वीडियो जमकर वायरल हुआ, ताबड़तोड़ कार्रवाई भी हो गई। लेकिन इस वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करना कुछ लोगों को भारी पड़ गया है। भोपाल में ऐसे दो मामलों में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
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पहला मामला
इस मामले में शरीफ 2.0 नाम के ट्विटर अकाउंट से जुड़ा है, जिसमें सीधी का वीडियो एडिट कर उसमें पीड़ित की जगह भारत के नक्शे में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगा दिया गया था। जीवन विहार निवासी नितिन उइके ने मामले की शिकायत पुलिस को दी, जिस पर कमला नगर पुलिस ने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले ट्विटर एकाउंट के यूजर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी अनिल वाजपेयी ने बताया कि जीवन विहार निवासी नितिन उइके ने शिकायत दी थी, जिस पर एफआईआर की गई है। उन्होंने बताया कि 5 जुलाई को उन्हें एक सोशल मडिया ग्रुप से यह वीडियो भेजा गया था।
दूसरा मामला
दूसरा मामला लोक गायिका नेहा सिंह राठौर से जुड़ा हुआ है। उनके द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली गई थी। जिसको लेकर हबीबगंज थाने में उनके खिलाफ शिकायत की गई। शिकायत के मुताबिक नेहा द्वारा की गई पोस्ट में सीधी की घटना के आरोप प्रवेश शुक्ला को आरएसएस की यूनिफॉर्म पहने हुए बताया गया था। यह शिकायत बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के मीडिया प्रभारी सूरज खरे ने दी थी। जिस पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
सरकार ने दी 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद
भोपाल में सीधी पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी मजदूर को कल सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सीएम आवास बुलाकर माफी मांगी थी। पैर धोए थे, सम्मानित किया और साथ में खाना भी खाया था। अब प्रदेश पर इस घटना से लगे बदनुमा दाग को धोने प्रशासन ने पीड़ित को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद भी दी है। इसके अलावा सरकार पीड़ित दशमत को अपना घर बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपए की अतिरिक्त राशि भी देगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिले दिशानिर्देशों के तहत सीधी कलेक्टर ने यह सहायता राशि पीड़ित को मुहैया कराई है। कलेक्टर साकेत मालवीय ने इस बाबत ट्वीट भी किया है।