संजय गुप्ता, INDORE. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राम भक्तों में खासा उत्साह हैं। पूरा देश इन दिनों राम भक्ति के रंग में रंगा हुआ है। वहीं दूसरी ओर इन दिनों इंदौर सांसद के बेटे की शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। सांसद शंकर लालवानी ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए एक नई पहल की है। उन्होंने 20 जनवरी को होने वाली अपने बेटे की शादी के लिए विवाह स्थल को पूरा अयोध्या धाम का रूप दे दिया है। यहां प्रवेश करते ही ऐसा लगता है मानो आप अयोध्या आ गए हो।
विवाह स्थल पर इस तरह रहेगा अयोध्या धाम का माहौल
सनातन परंपरा और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न होने वाले इस विवाह में गेंदे, गुलाब और सेवंती जैसे भारतीय फूलों का इस्तेमाल किया गया है। यहाँ आने वाले प्रत्येक मेहमान को चन्दन का तिलक किया जाएगा। साथ ही, भगवान श्रीराम की विशाल प्रतिमा भी यहां स्थापित की गई है। यहां पर भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े कई प्रसंगों को उकेरा गया है। अयोध्याधाम की तर्ज होने जा रही इस शादी के चर्चे हर तरफ हो रहे है।
अयोध्या की सरयू नदी भी बनाई गई
अयोध्या में स्थित पवित्र नदी सरयू को भी यहां पर बनाया गया है। यहां वीणा, मृदंग जैसे भारतीय वाद्य यंत्र भी बनाए गए हैं। साथ ही, सूर्य स्तंभ की सुंदरता भी देखने लायक है। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से भगवान श्रीराम का लगभग 500 वर्षों का वनवास खत्म हुआ है और अयोध्या में दिव्य, भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है जहां प्रभु श्री राम विराजेंगे। राम भारत के आराध्य है राम ही चेतन है और राम ही आदर्श है, चूंकि इस वक्त पूरा देश राममय है और इसीलिए बेटे के विवाह में भी अयोध्या और प्रभु श्री राम की भक्ति को उकेरने की कोशिश की गई है।
दीपों से जगमगाएगा स्थल
शनिवार को आयोजित होने वाले इस विवाह समारोह में भगवान राम की अयोध्या को सजीव कर करने की कोशिश की गई है। 2,100 से ज्यादा दीप से पूरा परिसर जगमाएगा एवं हजारों विद्युत बल्बों की रोशनी भी होगी। बेटे की शादी सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के रूप में की जा रही है।
लोकसभा चुनाव के टिकट की भी दावेदारी
बीजेपी संभवत फरवरी में लोकसभा के लिए टिकट भी तय करेगी। ऐसे में इसे राजनीतिक रूप से भी देखा जा रहा है। किसी भी बीजेपी नेता के लिए यह सीट हॉट केक की तरह है, बीजेपी लगातार यहां से जीत रही है। इस पर माना जा रहा है कि यहां की जीत वोटों के हिसाब से देश में टॉप जीतों में से एक होगी। लालवानी को बीते चुनाव में भी दस लाख से ज्यादा वोट हासिल हुए थे, ऐसा करने वाले वह देश के चुनिंदा नेताओं में शामिल थे।