Gwalior. ग्वालियर पुलिस को इंदौर की एक महिला डॉॅन हाथ लगी है, जिसने इंदौर में एक अधिकारी का अपहरण भी किया था। इंदौर में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाली सपना साहू नाम की इस महिला ने ग्वालियर में नाम बदलकर ठगी शुरु कर दी थी। पोल्ट्री फार्म खोलने और कंपनी में गाड़ी हायर करने के नाम पर इसने एक शख्स को लाखों रुपए से ठग लिया। जब पुलिस को शिकायत पहुंची तो पुलिस ने इस महिला ठग को गिरफ्तार किया है।
सुरभि शर्मा के नाम से चला रही थी फर्जी कंपनी
सपना साहू ग्वालियर में सुरभि शर्मा बनकर एक फर्जी कंपनी चला रही थी। आरोप है कि शंकरपुरी निवासी गजराज सिंह सिकरवार जो कि ट्रेवल्स संचालक है। सुरभि ने उसे अपनी कंपनी में दो गाड़ियां लगवाने का ऑफर दिया, बदले में हर महीने 1 लाख 20 हजार रुपए देने का लालच दिया। जिसके बाद फरियादी ने अपनी दो एसयूवी कंपनी में अटैच कर दी थीं। उसके बाद उसने अपनी कंपनी के दो कर्मचारियों से मुलाकात करवाई और फरियादी के खेत में पोल्ट्री फार्म खुलवाने का झांसा दिया। पोल्ट्री फार्म के एवज में हर माह 1 लाख रुपए की आमदनी होने का लालच दिया गया। इसके एवज में उसने 3 लाख 60 हजार रुपए जमा कराने कहा। जिस पर गजराज ने 1.5 लाख रुपए नगद दे दिए थे।
पैसा लेकर रफूचक्कर हुए
22 जुलाई को जब गजराज कंपनी के दफ्तर पहुंचा तो वहां लोगों की भीड़ लगी हुई थी, तब उसे पता चला कि सुरभि और उसके साथी अमित और हेमंत फरार हो चुके हैं। कंपनी में कार्यरत अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि कंपनी फर्जी है और उसने कर्मचारियों से भी बिना ज्वाइनिंग लेटर दिए काम पर रख लिया था।
पुलिस ने महिला आरोपी को किया गिरफ्तार
मामले की शिकायत पुलिस के पास पहुंची तो पुलिस ने सुरभि शर्मा को पकड़ा तो उसका असली नाम सपना साहू निकला। जो कि इंदौर में एक अधिकारी के अपहरण की वारदात में शामिल थी। फिलहाल पुलिस सपना से पूछताछ कर रही है। वहीं पुलिस को उसके अन्य दो साथियों की तलाश है। सपना से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि अमित नाम के कर्मचारी का असली नाम सौरभ सिंह चौहान है वहीं हेमंत का असली नाम हरीश भाटिया है।