Bhopal. चुनावी साल में प्रदेश सरकार किसी भी तबके को नाराज या असंतुष्ट नहीं रखना चाहती। यही कारण है कि वह हर वर्ग और हर तबके को लुभाने कोई न कोई योजना लेकर आ रही है। इसी क्रम में अब प्रदेश सरकार ने प्रदेश के साहित्यकारों और कलाकारों को सहायता राशि देने का ऐलान किया है। हालांकि यह सहायता किसी बीमारी या दुर्घटना हो जाने पर ही मिलेगी। सरकार ने इसके लिए 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है। इसके लिए मध्यप्रदेश कलाकार और साहित्यकार कल्याण कोष में प्रावधान किया गया है।
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50 हजार तक की मिलेगी सहायता
प्रदेश सरकार ने साहित्यकारों और कलाकारों को बीमारी या एक्सीडेंट हो जाने या दैवीय विपत्ति आने के वक्त यह मदद देने का ऐलान किया है। जो अधिकतम 50 हजार रुपए होगी। इस राशि से साहित्यकार-कलाकार अपना इलाज करा सकेंगे।
मौत पर परिजनों को मिलेगी वित्तीय सहायता
इसके साथ ही दिव्यांगता के उपचार और उनकी मौत होने पर उनके आश्रित को एक-एक हजार रुपये की वित्तीय सहायता भी देगी। जरूरतमंदों को आवेदन करना होगा। आय, बीमारी, दिव्यांगता सहित बैंक से संबंधित दस्तावेज देने होंगे। मासिक आय 10 हजार रुपये और परिवार की आय 20 हजार रुपये से अधिक न होने पर लाभ मिलेगा। आश्रितों को सहायता राशि रोजगार मिलने, विवाह होने या 21 वर्ष की आयु होने तक ही दी जाएगी।
इतनी कम मदद पर ऐतराज
इधर साहित्यकारों और कलाकारों ने इतनी कम मदद दिए जाने पर ऐतराज जताया है। साहित्यकार-कलाकार संघ से जुड़े लोगों का कहना है कि इतनी सहायता तो किसी भी विधायक स्तर के नेता की अनुशंसा पर आम आदमी को भी दे दी जाती है, फिर साहित्यकार या कलाकारों के नाम से घोषणा करने का क्या फायदा। यह भी कहा गया कि कहां केंद्र सरकार एक रुपए का बीमा कराकर लाखों रुपए का क्लेम देने का ढिंढोरा पीटती थी। अब साहित्यकारों और कलाकारों की सुध लेते वक्त किसी को यह खयाल नहीं आया।