Bhopal. एनआईए ने करीब साल भर से ज्यादा वक्त तक अपने रडार पर रखकर जबलपुर से जिन 3 युवकों को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पकड़ा था, उनसे पूछताछ में नित नए खुलासे हो रहे हैं। हाल ही में अदालत ने तीनों युवकों को एक बार फिर रिमांड पर एनआईए को सौंपा था। जांच एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तीनों युवक इस्लामिक स्टेट्स के हिंद प्रांत के अमीर वालिया उमर निसार से टच में थे। उन्हें सावत अल हिंद नामक मैग्जीन के जरिए ब्रेन वॉश किया गया था। इस मैग्जीन का मतलब है हिंदुस्तान की आवाज। तीनों युवक इस मंथली मैग्जीन के जरिए हिंदुओं और हिंदुस्तान के प्रति नफरत का पाठ सीखते थे। यहां तक कि मैग्जीन में सुरक्षा बलों और पुलिस पर किस तरह हमले करें यह भी बताया जाता था।
गजबा ए हिंद का है सपना
इस मैग्जीन की बात की जाए तो इसमें एक पूरा का पूरा एडीशन ही गजबा ए हिंद के ऊपर निकाला जा चुका है। अफगानिस्तान में छपने वाली यह मैग्जीन कश्मीर के रास्ते भारत लाई जाती है। जिसे मुस्लिम युवाओं के बीच बांटा जाता है, ताकि वे कट्टर इस्लामिक बन जाएं और फिर आईएआईएस जैसे आतंकी संगठन के लिए काम करें।
उमर निसार पहले ही हो चुका है गिरफ्तार
उमर निसार आईएसआईएस का इंडिया का प्रमुख था। उसका काम कश्मीर से लेकर केरल तक मुस्लिम युवाओं को संगठन में भर्ती कराने का था। वह संगठन और इसमें भर्ती होने वाले युवाओं के बीच कड़ी का काम करता था। उमर की गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ था कि आईएसआईएस के भारत के प्रति कितने खतरनाक इरादे हैं। जिसमें भारत में गृहयुद्ध के हालात बनाना सबसे प्रमुख उद्देश्य था।
यह है मामला
बीते माह आईएसआईएस से टेरर फंडिंग के मामले में एनआईए ने जबलपुर से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए युवकों से रिमांड में लगातार पूछताछ चल रही है और इनसे इनके नेटवर्क के बारे में हर बार न ई-नई जानकारियां जांच एजेंसी को मिल रही हैं।
जांच में आतंकी संगठन आईएसआईएस के मॉड्यूल का खुलासा हुआ था। मामले में एनआईए ने मुख्य आरोपी आदिल खान (20) और उसके दोस्तों मोहम्मद शाहिद (19) व सैयद मामुर अली (28) को गिरफ्तार किया था। तीनों को आतंक की दुनिया में लाने वाला कश्मीर का आतंकी आमिर उमर निसार उर्फ कासिम खुरासानी है। पिछले साल अक्टूबर 2022 में एनआईए ने देशभर से 6 संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। उनमें आईएसआईएस का इंडिया हेड उमर निसार उर्फ कासिम खुरासानी भी था। उमर निसार
वॉइस ऑफ हिंद नाम से एक मैग्जीन चला रहा था।