JAIPUR. जयपुर में पुलिस की पिटाई से वाहन चोर की मौत का मामला सामने आया है। प्रताप नगर थाना पुलिस कार चोर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। गुरुवार (16 जून) रात तबीयत बिगड़ने पर उसे एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। SMS हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शव का मेडिकल बोर्ड के जरिए पोस्टमार्टम किया गया।
पुलिस ने कहा- पूछताछ के दौरान तबियत खराब हुई
एडिशनल डीसीपी (ईस्ट) अवनीश कुमार ने बताया कि वाहन चोर नितेश सोनी (25) आगरा रोड खोह नागोरियान का रहने वाला था। उसके खिलाफ वाहन चोरी के 8 मामले दर्ज हैं। वाहन चोरी के मामले में प्रताप नगर थाना पुलिस उसे पकड़कर पूछताछ के लिए लाई थी। प्रताप नगर थाने में पुलिस हिरासत के दौरान गुरुवार (16 जून) रात उससे पूछताछ की जा रही थी। पूछताछ के दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे RUHS हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। हालत बिगड़ते देखकर डॉक्टर्स ने नितेश को SMS हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। जहां देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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पूछताछ के दौरान पिटाई से हुई मौत!
पुलिस सूत्रों की मानें तो नितेश सोनी को वाहन चोरी के मामले में थाने लाया गया था। थाने में पूछताछ के दौरान उसकी जमकर पिटाई की गई। पिटाई के कारण उसके शरीर पर जगह-जगह नील पड़ गए। पिटाई के कारण ही नितेश की तबीयत खराब हुई। निढाल होने पर घबराए पुलिसकर्मियों ने उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। देर रात मौत होने के बाद पुलिस के अधिकारियों को भी सूचना दे दी गई।
नितेश ब्लड प्रेशर और शुगर का मरीज था
मृतक के भाई प्रकाश ने बताया कि नितेश अपराधिक प्रवृति के लोगों के संपर्क में आ गया था। इसी कारण वह ज्यादातर घर से बाहर रहता था। कभी-कभी ही घर आया करता था। ब्लड प्रेशर और शुगर की शिकायत रहने के कारण उसकी तबीयत खराब रहती थी। प्रताप नगर थाना पुलिस ने केस के मामले में बुधवार (14 जून) दोपहर भाई नितेश को उठाकर ले गई थी। गुरुवार (16 जून) दोपहर बहन थाने में उससे मिलकर आई थी। इसके बाद रात को उसकी तबीयत खराब होने पर SMS हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। जहां इलाज के दौरान नितेश की मौत हो गई।
पूछताछ के दौरान बढ़ गया शुगर लेवल
प्रताप नगर एसएचओ मानवेन्द्र सिंह का कहना है कि नितेश को वाहन चोरी के मामले में बुधवार (14 जून) रात पकड़कर लेकर आए थे। दोपहर करीब 2 बजे पूछताछ के दौरान अचानक शुगर लेवल बढ़ गया। तबीयत बिगड़ने पर उसे तुरंत RUSH हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। हालत ज्यादा खराब होने पर डॉक्टर्स ने SMS हॉस्पिटल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मजिस्ट्रेट नियुक्त होने के बाद मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है।