भोपाल. बीजेपी ने लगातार तीसरी बार जीत के लिए तैयारी शुरू कर दी है। अंदरखाने की मानें तो टिकट वतरण के लिए मोदी का फॉर्मूला लागू किया जाएगा। इसके तहत 70 पार कर चुके नेताओं को चुनावी मैदान में नहीं उतारा जाएगा। इसके साथ ही बीजेपी इस बार युवाओं और महिलाओं पर बड़ा दांव लगा सकती है। अगर ऐसा होता है तो मध्य प्रदेश में तीन और राजस्थान में चार सांसदों के टिकट कट सकते हैं। हालांकि, यह फॉर्मूला लागू करने में इस बात का ख्याल रखा जाएगा कि किसी नेता को टिकट नहीं देने के कारण कोई नकारात्मक परिणाम न हो या उसका पार्टी पर कोई बुरा पड़े। सत्तारूढ़ दल ने 2019 में 437 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
एमपी में इनके कट सकते हैं टिकट
मोदी फॉर्मूले की बात की जाए तो इसके तहत 70 की उम्र पार कर चुके नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा। इस फॉर्मूले में मध्य प्रदेश की विदिशा से सांसद उमाकांत भार्गव, बालाघाट सांसद ढाल सिंह बिसेन और ग्वालियर से सांसद विवेक नारायण शेजवलकर का नाम आता है।
राजस्थान में इनके टिकट कट सकते हैं
लोकसभा चुनाव तक यानी इस साल 70 साल की उम्र पार कर चुके राजस्थान में चार सांसद हैं। इन चार सांसदों में मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी शामिल हैं। मेघवाल बीकानेर सीट से सांसद हैं। इस फॉर्मूले में पाली से सांसद पीपी चौधरी, दौसा सांसद जसकौर मीणा और सीकर से सांसद सुमेधानंद सरस्वती का नाम शामिल हो रहा है।
150 कैंडिडेट का होगा ऐलान
भगवा पार्टी इस बार वैसी सीटों पर खास प्लान बना रही है, जहां वो कभी चुनाव में जीत दर्ज नहीं कर पाई है। पार्टी जनवरी के अंत या फरवरी के पहले हफ्ते में 150-160 सीटों पर कैंडिडेट की घोषणा कर सकती है। सूत्रों के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की इस महीने के आखिर में बैठक होगी।