राजस्थान में बिपरजॉय के कारण आंधी-बारिश शुरू, राज्य के पश्चिम में दिखने लगा प्रभाव,जैसलमेर में 100 परिवारों को किया शिफ्ट

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BP Shrivastava
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राजस्थान में बिपरजॉय के कारण आंधी-बारिश शुरू, राज्य के पश्चिम में दिखने लगा प्रभाव,जैसलमेर में 100 परिवारों को किया शिफ्ट

JAIPUR. अरब सागर में बने चक्रवात बिपरजॉय का असर गुरुवार (15 जून) शाम से राजस्थान में दिखना शुरू हो गया है। शुरुआती दौर में पांच पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, सिरोही, पाली, जैसलमेर, जोधपुर और जालोर में मौसम बदल गया और आंधी के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया। आपदा विभाग ने अगले 24 घंटे में तूफान से जयपुर, टोंक, बूंदी, अजमेर, भीलवाड़ा जिलों और आसपास क्षेत्र में तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई है। साथ ही 60 किमी की रफ्तार से आंधी चलने की भी संभावना बताई है।



गुजरात बॉर्डर से सटे सांचौर में सबसे पहले दिखाई दिया असर



चक्रवात बिपरजॉय के कारण जालोर जिले के सांचौर में 3 बजे बाद अचानक हवा चलने लगी। वहीं बाड़मेर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी हवा के साथ बारिश का दौर शुरू हुआ। जैसलमेर के भी भणियाणा के झाबरा गांव में हल्की बारिश शुरू हुई। गुजरात बॉर्डर से सटे सांचौर के डूंगरी गांव में सबसे पहले इसका असर देखने को मिला। इसके अलावा आस-पास के करीब 36 गांवों में हल्की बारिश भी हो रही है। वहीं बाड़मेर के गुड़ामालानी और इसके आस-पास इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो चुका है।



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माउंट आबू में दो दिन की छुट्टी घोषित



शाम होते-होते इसका असर पाली और सिरोही भी जिलों में देखने को मिला। पाली के सुमेरपुर, तखतगढ़ और सिरोही शहर समेत माउंट आबू में तेज हवा के साथ बारिश हुई। इस चक्रवात को देखते हुए माउंट आबू में कार्यवाहक मजिस्ट्रेट डॉ. शुभमंगला ने दो दिन तक माउंट के सभी इंग्लिश मीडियम स्कूल में छुट्‌टी घोषित कर दी है। यहां बता दें, यहां गर्मियों की छुटि्टयां नहीं होती हैं। ऐसे में स्कूल के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। इसके साथ ही नक्की लेक में भी दो दिन तक बोटिंग पर रोक लगा दी है।



बाड़मेर-जोधपुर ट्रेन 16-17 जून को रद्द



चक्रवात के चलते बाड़मेर-जोधपुर पैसेंजर ट्रेन को 16 और 17 जून के लिए कैंसिल कर दिया गया है। वहीं देर शाम बाद जैसलमेर में भी बारिश का असर दिखना शुरू हो गया था। यहां शुक्रवार (16 जून) को ऑरेंज अलर्ट है। इसी को देखते हुए प्रशासन डाबला गांव पहुंचा और यहां निचली बस्तियों के इलाकों को खाली कराया। तहसील स्तर के एक अधिकारी ने बताया कि डाबला गांव में 100 परिवारों के करीब 450 सदस्य हैं। इन्हें शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। इन सभी को जिले के ग्राम पंचायत और स्कूल बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा।



जोधपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में तेज हवाएं और बारिश



इधर, जोधपुर के आस-पास ग्रामीण इलाकों में भी इसका असर दिखना शुरू हो गया। लूणी में देर शाम तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर चला। इससे पहले पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग जिला प्रशासन की ओर से बिपरजॉय को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया था।



उदयपुर में 18 जून तक सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त



उदयपुर के कलेक्टर ताराचंद मीणा ने जिले के अधिकारी या कार्मिक को 18 जून तक अवकाश देने से मना कर दिया है। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने मुख्यालय पर उपस्थित रहने को कहा गया। 



आपदा प्रबंधन के लिए कंट्रोल रूम बनाया



उदयपुर कलेक्टर ने कहा कि ऐसे लोग जो जर्जर भवन, कच्चे और टिनशेड के मकान में रह रहे हैं, जिनके गिरने की सम्भावना हो तो उनमें रह रहे लोगों को नजदीकी राजकीय भवन या राजकीय स्कूल में अस्थाई रूप से 16 और 17 जून के लिए शिफ्ट कर दिए जाएं। आपदा प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर कन्ट्रोल रूम बनाया गया है। जिसके दूरभाष नम्बर 0294-2414620 रहेगा। समस्त उपखण्ड मुख्यालयों पर भी इसी तरह का कंट्रोल रूम कार्यरत रहेगा।

 


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