Sagar. मध्य प्रदेश के सबसे बड़े अभ्यारण नौरादेही में बाघों को आबाद करने वाले किशन यानी कि एन-2 बाघ की टेरिटरी संघर्ष के बाद मौत हो गई है। 4 दिन पहले अभ्यारण में दो बाघों के बीच टेरेटरी को लेकर संघर्ष हुआ था, जिसमें बाघ किशन जख्मी हो गया था, उसके चेहरे और जबड़े के पास निशान थे। पन्ना से आई डॉक्टर की टीम के द्वारा उसका 3 दिनों से इलाज किया जा रहा था। इलाज के बाद बाघ के स्वास्थ्य में सुधार भी आ रहा था, लेकिन फिर अचानक उसने दम तोड़ दिया।
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डॉक्टरों का पैनल करेगा पीएम
सुबह वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम ने छ2 को देखा तो वह मृत पाया गया। जिसकी सूचना वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और टाइगर एन 2 के पोस्टमार्टम के लिए टीम को पन्ना से बुलाया जा रहा है। डॉक्टर की पैनल के द्वारा टाइगर का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। जिसके बाद किशन की मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा। नौरादेही एसडीओ सेवाराम मलिक ने बताया कुछ दिन पहले टाइगर एन 2-एन 3 में टेरिटरी फाइटिंग हुई थी।
पहली बार हुआ बाघों में संघर्ष
प्रदेश के सबसे बड़े अभ्यारण्य नौरादेही में बाघों की बसाहट के बाद पहली बार बाघों में टेरिटरी को लेकर संघर्ष हुआ है। बताया जाता है कि बाघ एन-2 और एन-3 के बीच जबर्दस्त लड़ाई हुई थी, जिसमें किशन काफी ज्यादा जख्मी हो गया। उसका 3 दिन तक इलाज भी चलता रहा। बता दें कि साल 2018 में नौरादेही में पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघ किशन को यहां शिफ्ट किया गया था। जिसके बाद से अब तक नौरादेही में बाघों की संख्या 12 हो चुकी थी। वहीं अब किशन की मौत ने अभ्यारण्य के कर्मचारियों और अधिकारियों को भी मायूस कर दिया है। पोस्टमार्टम के बाद नौरादेही को बाघों से गुलजार करने वाले बाघ किशन का अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया जाएगा। अभ्यारण्य प्रबंधन ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।