Narmadapuram. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बीते दिनों एक बाघ का सिर कटा शव बरामद हुआ था, चूरना रेंज में मिले सिर कटे शव के बाद वनविभाग टाइगर के सिर को ढूंढने की मशक्कत कर रहा था। हालांकि चूरना रेंज के अंतर्गत डबरा के जंगल में बाघ का एक सिर बरामद हुआ है। जिसके बाद वन विभाग के उस दावे की पोल खुल गई है जिसमें दावा किया जा रहा था कि शिकारी बाघ का सिर काटकर ले गए। फिलहाल यह सिर उसी बाघ का है नहीं इसकी पड़ताल करने के लिए सिर को वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ सेंटर जबलपुर भेजा गया है।
होगी डीएनए जांच
बताया जा रहा है कि जबलपुर स्थित फॉरेंसिक एंड हेल्थ सेंटर में बाघ के सिर का उसके शव से कलेक्ट किए गए सैंपल से डीएनए मिलान कराया जाएगा। साथ ही अन्य परीक्षणों से यह पता लगाया जाएगा कि बरामद हुआ सिर उसी बाघ का है या नहीं।
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बीटगार्ड ने नाले में देखा था सिर
जानकारी के मुताबिक सुबह के वक्त धांसई-भीमकुंड मार्ग पर बीटगार्ड नारायण प्रसाद लोधी सुरक्षा श्रमिक के साथ गश्त पर निकला था। गश्त के दौरान धांसई नाले में उन्हें एक मांस का बड़ा टुकड़ा दिखाई दिया। बताया जा रहा है कि बाघ के सिर को कुत्तों द्वारा नोंचा जा रहा था, लेकिन बीटगार्ड ने इस वाकए का कोई फोटो या वीडियो नहीं बनाया। उसने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया, जिसके बाद टाइगर रिजर्व के उपसंचालक संदीप फेजोल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए।
ग्रामीणों से हो रही पूछताछ
बाघ का सिर मिलने के बाद घटनास्थल के आसपास के गांवों में पूछताछ की जा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि शिकारियों ने बाघ का शिकार कर उसके सिर को काटा, लेकिन जब वनविभाग सरगर्मी से बाघ का सिर ढूंढने में सक्रिय दिखाई दिया तो शिकारियों ने सिर को नाले में फेंक दिया।