CHANDIGARH. हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर करने के लिए बवाल मच गया है। राज्य के कई जिलों में किसानों ने प्रदर्शन किया। बुधवार (7 जून) को कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में किसान नेता राकेश टिकैत पहुंच गए हैं। टिकैत ने चेतावनी दी और कहा कि अब देश में दिल्ली से बड़ा आंदोलन एमएसपी मामले पर होगा। इससे पहले मंगलवार (6 जून) को किसानों पर हुए लाठीचार्ज-गिरफ्तारी के विरोध में रोहतक में पुलिस-किसानों में झड़प हुई। वहीं करनाल में हाईवे जाम करने जा रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
एमएसपी को लेकर पहली बार किसानों पर लाठीचार्ज- टिकैत
दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे जाम करने पर गुरनाम चढ़ूनी और दूसरे किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया था। किसानों ने रिहाई के लिए सरकार और प्रशासन को 11 बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। इस बीच करनाल पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा- 'ऐसा पहली बार हुआ कि किसानों पर एमएसपी को लेकर लाठीचार्ज हुआ हो। अब देश में दिल्ली से बड़ा आंदोलन एमएसपी पर होगा। कुरुक्षेत्र में आगामी रणनीति बनाकर इसका ऐलान किया जाएगा।'
कई शहरों के टोल प्लाजा पर किसानों का धरना शुरू
किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में किसानों ने टोल प्लाजा पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हिसार, सिरसा, रोहतक, करनाल, अंबाला और कुरूक्षेत्र समेत कई जिलों में किसान टोल प्लाजा पर धरने पर बैठ गए हैं। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर हिरासत में लिए किसानों की रिहाई नहीं हुई तो पूरे हरियाणा की सड़कें जाम कर देंगे। किसान कॉल आते ही सारे टोल प्लाजा जाम कर देंगे।
रोहतक में पुलिस और किसानों में झड़प
रोहतक में किसानों ने नेशनल हाईवे नंबर 9 जाम किया। पुलिस ने इसे जबरन खुलवाने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में झड़प हो गई। जिसके बाद पुलिस ने अखिल भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) रोहतक के जिला अध्यक्ष अंकुश सिवाच और वार्ड नंबर एक से जिला पार्षद अमित को हिरासत में लिया है।
करनाल में किसान हिरासत में लिए
करनाल में भी किसान दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे NH-44 पर बसताड़ा टोल के पास जाम करने पहुंच गए। यहां पुलिस ने पहले किसानों को समझाने की कोशिश की, वे नहीं माने तो उन्हें हिरासत में लिया गया। मंगलवार (6 जून) को जम्मू-दिल्ली हाईवे जाम करने पर पुलिस ने किसानों को लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। जिसके बाद भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत 150 किसानों को हिरासत में ले लिया। वहीं करीब 700 किसानों पर केस दर्ज किया गया है।
किसानों के प्रदर्शन के दौरान कहां क्या हुआ
- लाठीचार्ज के विरोध में लुधियाना के लाडोवाल टोल को किसानों ने फ्री करा दिया है।