संजय गुप्ता, INDORE. 2023 के अंतिम दिन 31 दिसंबर को खजरान गणेश मंदिर में रात 11 बजे तक ही दर्शन होंगे। वहीं न्यू ईयर पर एक जनवरी को सुबह पांच बजे से मंदिर दर्शन के लिए खुल जाएगा। न्यू ईयर के मौके पर बीते साल ही पांच लाख श्रृद्धालु पहुंचे थे। इस बार यह संख्या छह लाख तक पहुंचने की उम्मीद है। इसके लिए व्यवस्थाओं में भी बदलाव किया गया है।
बैठक में लिया गया फैसला
नव वर्ष 2024 और तिल चतुर्थी को लेकर इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं और व्यवस्थाओं को लेकर मंदिर परिसर में खजराना प्रबंध समिति की बैठक हुई। इस बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. नगर निगम आयुक्त हर्षिका सिंह, पुलिस उपायुक्त अभिषेक आनंद, यातायात पुलिस अधिकारी, मंदिर के पुजारी, प्रबंध समिति के सभी सदस्य और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में बताया गया कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी 2024 को आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित करने के लिए सभी व्यवस्थाएं जिला प्रशासन और प्रबंध समिति द्वारा पूरी कर ली गई हैं। साज-सज्जा, विद्युत व्यवस्था, सफाई व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था के साथ सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
कलेक्टर ने दिए यह निर्देश
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. ने निर्देश दिया कि आने वाले श्रद्धालुओं को सहजता से दर्शन हो सके इसके लिए किए गए इंतजाम की एक बार समीक्षा की जाए। कंट्रोल रूम के माध्यम से भीड़ की स्थिति पर मॉनिटरिंग की जाए। नगर सुरक्षा, एनसीसी,स्काउड और अन्य वॉलेंटियर्स के माध्यम से भीड़ को नियंत्रण करने का काम किया जाए। सभी वॉलेंटियर्स को सर्टिफिकेट भी वितरित किया जाएंगे।
बदले गए एंट्री और एग्जिट मार्ग
श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिहाज से इस वर्ष मंदिर में दर्शन के लिए एंट्री और एग्जिट मार्ग बदले गए हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि खजराना चौराहा से सर्विस रोड और गोयल नगर मार्ग से मंदिर परिसर में प्रवेश होगा। एग्जिट के लिए कालिका माता मंदिर मार्ग रहेगा।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पर 22 जनवरी को मंदिर में होगा भव्य उत्सव
खजराना मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट द्वारा बताया गया कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के उद्घाटन पर 22 जनवरी को खजराना मंदिर परिसर में भी भव्य उत्सव होगा। विशेष रूप से फूलों की सजावट रहेगी। भगवान को छप्पन भोग लगाया जाएगा। मंदिर को दिवाली की तरह दीपों से सजाया जाएगा।
भव्य रूप से आयोजित होगी तिल चतुर्थी
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. ने निर्देश दिए की पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष तिल चतुर्थी भव्य रूप से आयोजित की जाएगी। महोत्सव 29 जनवरी से 31 जनवरी 2024 तक होगा। सवा लाख तिल के लड्डुओं का भोग प्रथम दिवस लगाया जाएगा। मंदिर परिसर में रंग रोगन होगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मंदिर की सजावट भी थीम बेस्ड रहेगी। मंदिर परिसर में बने नए भवनों का भी लोकार्पण किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि मंदिर की नई विवरणिका तैयार की जाएगी इससे लोगों तक मंदिर में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाएं जैसे पंचकर्म, थैलेसीमिया की जांच, डायलिसिस आदि के बारे में जानकारी मिल सकेगी।