GUNA. गुना में हुए दर्दनाक बस हादसे के मामले में प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। पुलिस ने रविवार को हादसे वाली बस के मालिक भानु प्रताप सिंह सिकरवार को गिरफ्तार किया है। वहीं जले हुए शवों की DNA जांच हो गई है। मृतकों की डीएनए रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। 11 सैंपल मैच हो गए हैं। साथ ही परिवार वाले बॉडी सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री को भेजी गई बस हादसे की जांच रिपोर्ट
बस हादसे की जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री मोहन यादव को भोपाल भेज दी गई है। गुना के प्रभारी कलेक्टर प्रथम कौशिक ने गोपनीय रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेज दी है। इसमें कई विस्फोटक खुलासे हुए हैं। बता दे कि सीएम ने मामले में तत्काल एक जांच समिति का गठन कर जांच के आदेश दिए थे और तीन दिन भीतर रिपोर्ट मांगी थी।
जिसके बाद अपर कलेक्टर मुकेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में बनाई गई जांच समिति ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की। बस के डीजल टैंक का भी निरीक्षण किया गया, घटनास्थल से जले हुए मोबाइल, कागजात,जले हुए बाल समेत कई सैंपल इकट्ठा किए गए, घटना का समय, वाहन की गति, बस और डंपर चालक का बैकग्राउंड की रिपोर्ट भी जुटाई गई, ये सभी जानकारी जांच रिपोर्ट में साझा की गई है।
जब्त की थी सिकरवार ट्रेवल्स की अनफिट बसें
हादसे के बाद एक्शन में आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कड़े निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन ने सिकरवार ट्रेवल्स की कई अनफिट बसों को जब्त किया गया था। इस बसों को क्रेन की मदद से पुलिस लाइन भेजा गया था। वहीं वहीं इस मामले में गुना RTO और CMO को सस्पेंड किया जा चुका है। कलेक्टर, SP को भी हटा दिया गया था।
बस ड्राइवर, डंपर चालक और बस मालिक केस दर्ज
बस हादसे को लेकर बजरंगगढ़ थाने में आरोपी बस ड्राइवर, डंपर चालक और बस मालिक भानुप्रताप सिंह सिकरवार निवासी गुना के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था। घटना के बाद से ही गुना पुलिस आरोपी बस मालिक भानु सिकरवार की तलाश में लगातार दबिश दे रही थी। इस दौरान रविवार को पुलिस ने आरोपी बस मालिक भानुप्रताप सिंह सिकरवार को गुना से गिरफ्तार कर लिया गया है।
15 साल पुरानी बस, न फिटनेस, न बीमा
बता दे कि गुना से 20 किमी दूर आरोन रोड पर सिकरवार ट्रेवल्स की जो बस भयानक आग हादसे का शिकार हुई उस बस का बीमा ढाई साल पहले खत्म हो चुका था। साथ ही बस का फिटनेस भी नहीं था। बस क्रमांक एमपी 08-पी-0199 का रजिस्ट्रेशन 15 साल तीन माह पहले हुआ था। उसका फिटनेस खत्म हो चुका था, जो 17 फरवरी 2022 तक ही वैध था। इसी तरह टैक्स की वैधता भी जुलाई 2022 में खत्म हो चुकी है। पीयूसी तो बना ही नहीं है। यह बस भानु प्रताप सिंह सिकरवार के नाम रजिस्टर्ड थी।
हादसे में 13 लोगों की हुई थी मौत
बता दे कि 27 दिसंबर की रात में गुना से आरोन जा रही बस बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र के सेमरी घाटी के पास डंपर से टकराकर पलट गई। टक्कर के बाद बस में लगी आग से 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, इस हादसे में डंपर के चालक की मौत हुई थी। हादसे में घायल 17 यात्रियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था, हादसे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली थी। घटना को लेकर सीएम मोहन ने अधिकारियों को मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
पुलिस को मिली मृतकों की डीएनए रिपोर्ट
बस हादसे में शवों के जलने के चलते शिनाख्त नहीं होने के कारण सभी की DNA जांच कराई गई। अब मृतकों की डीएनए रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। रविवार शाम पुलिस को एफएसएल ग्वालियर से डीएनए जांच की रिपोर्ट मिली है। सभी 11 सैंपल मैच हो गए हैं। मृतकों के परिवार वाले बॉडी लेने जिला अस्पताल पहुंचे हैं। हालांकि, पुलिस का कहना है कि कुछ बॉडी शिवपुरी में रखी हैं, ऐसे में उन्हें आने में समय लगेगा।