अरुण तिवारी, BHOPAL. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। कमलनाथ ने एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज की भाषा का स्तर ठीक नहीं है। बीजेपी के पास उनके बारे में बोलने के लिए कुछ बचा नहीं है। इसलिए, मर्यादाहीन बातें कर रहे हैं।
कमलनाथ ने शिवराज को भ्रष्टाचारी बताया
कमलनाथ ने कहा कि इतिहास के सबसे भृष्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं हैं। देश में ही नहीं पूरे विश्व में घोटालों का रिकॉर्ड बना है। उन्होंने कहा कि सीएम अपने 18 सालों का हिसाब क्यों नहीं देते जबकि मेरे 15 महीनों का हिसाब मांगते हैं। इसके जवाब में सीएम शिवराज ने कहा कि हमने प्रदेश के विकास को नई उड़ान दी है। हमने मध्यप्रदेश को बीमारू प्रदेश से निकालकर विकासशील प्रदेश बनाया है।
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प्रदेश में आदिवासियों का शोषण- कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि हम विश्व आदिवासी दिवस मनाने जा रहे हैं, लेकिन हम विश्व को क्या संदेश दे रहे हैं। देश के सबसे बड़े आदिवासी प्रदेश होते हुए भी मध्य प्रदेश में किस प्रकार से आदिवासियों का शोषण हो रहा है। अत्याचार हो रहे हैं। आज मणिपुर में देखिए क्या हो रहा है, आदिवासी गैर आदिवासी का झगड़ा है। छोटी-छोटी जगहों पर आदिवासी भाइयों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। कई घटनाएं तो हम तक पहुंच भी नहीं पाती। कमलनाथ ने कहा कि सिंगरौली में विधायक के बेटे ने एक आदिवासी भाई पर गोली चलाई, सरकार को प्रदेश चलाने से मतलब नहीं है। अब तो उनका ध्यान समेटने पर ज्यादा है। उन्होंने कहा कि मैंने तो प्रदेश का सबसे बड़ा हनुमान मंदिर छिंदवाड़ा में 15 साल पहले बना दिया था। क्या उस समय चुनाव थे। मैंने तो इस बात की कभी पब्लिसिटी भी नहीं की परंतु जो जनता को दिखाई दे रहा है उसे झुठला तो नहीं सकते। पंडित प्रदीप मिश्रा का छिंदवाड़ा आगमन प्रस्तावित है मुझे जब उनके कार्यक्रम की जानकारी लगी तो मैंने कहा कि छिंदवाड़ा में हम आपका स्वागत करेंगे, कोई भी धर्म प्रेमी छिंदवाड़ा आए उसका स्वागत है।
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बीमारू प्रदेश से विकास के रास्ते पर लाए- सीएम शिवराज
वहीं सीएम शिवराज ने कमलनाथ के दावों पर निशाना साधा। सीएम ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने 15 महीने में अपने 900 वादों में से एक भी वादा पूरा नहीं किया। किसानों के साथ छल किया। संबल योजना बंद की। आदिवासी बहनों के 1 हजार रुपए महीने की राशि बंद कर दी। कन्यादान योजना की राशि किसी भी महिला को नहीं मिली। शिवराज ने कहा कि हमने इस बीमारू प्रदेश में विकास का पहिया दौड़ाया है। कांग्रेस इस प्रदेश को लालटेन युग में ले गई थी हमने इसे बिजली प्रदेश बनाया। सिंचाई का रकबा बढ़ाया। 21 हजार करोड़ के बजट को 3 लाख करोड़ तक पहुंचाया। हिसाब हमको नहीं कमलनाथ को देना होगा।