BHOPAL. शिवराज सरकार को अवैध शराब के मामले में घेरती रहीं पूर्व सीएम उमा भारती ने अब नर्मदा नदी में क्रूज चलाने के प्रस्ताव पर ऐतराज जताया है। उमा भारती ने अपने ट्वीट में लिखा है कि नर्मदा नदी को अवैध खनन ने आधा निगल लिया है। हम क्रूज चलाने की सोच को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने लिखा कि आज मैंन एक समाचार पत्र में खबर पढ़ी है कि गंगा जी की तरह ही नर्मदा जी में भी पर्यटकों के मनोरंजन के लिए क्रूच लाने पर विचार हो रहा है। गंगा जी में सनातन काल से ही यातायात होता रहा है, किंतु नर्मदा मैया के लिए मात्र धारा हैं जिनकी पिरक्रमा होती है, क्योंकि नर्मदा जी साक्षात शिव हैं जो कि धारा के रूप में बहते हैं... नर्मदा जी में सिंचाई, गौपालन तथा परिक्रमा का सतोगुण पर्यटन संभव है।
अवैध खनन ने नर्मदा को आधा निगल लिया
उमा ने अपने अगले ट्वीट में लिखा- क्रूज चलाने की सोच को तो जड़ से उखाड़ फेंकेंगे क्योंकि नर्मदा जी सतोगुणी तरीके से भी बहुत रोजगार देती रही हैं तथा देती रहेंगी। आधा तो, अवैध खनन ने ही नर्मदा जी को निगल लिया अब और रही सही कसर क्या क्रूज से भी पूरी कर देंगे। यह विचार हमारा हो ही नहीं सकता, अगर यह कुविचार कुछ अधिकारियों के दिमाग में आया है तो इस सोच को ही हम जड़ से उखाड़ फेंकेंगे। आपको याद होगा कि दिग्विजय सिंह जी की सरकार के समय पर खजुराहो में भी हमने कैसीनो शुरू ही नहीं होने दिए थे।
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देश की 4 नदियों में क्रूज चलाने की तैयारी
केंद्र सरकार 10 राज्यों से गुजरने वाली देश की 4 प्रसिद्ध नदियों में क्रूज चलाने की तैयारी कर रही है। ये नदियां हैं- मप्र की लाइफलाइन नर्मदा, महानदी, कावेरी और गोदावरी। चारों नदियां कुल 4407 किमी लंबी हैं। सरकार इनमें गंगा विलास क्रूज की तर्ज पर लग्जरी परिवहन सेवा शुरू करना चाहती है। ये नदियां जिन शहरों से गुजरती हैं, वहां धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों की एक समृद्ध श्रृंखला है और यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। मिनिस्ट्री ऑफ पोर्ट्स, शिपिंग एंड वाटरवेज इसके लिए रिवर और सी क्रूज सेक्टर में काम करने वाले उद्योगपतियों से बातचीत कर ही है। यदि वे सहमत होते हैं तो इस साल के आखिर तक इन नदियों में क्रूज शुरू हो जाएगा। मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि गंगा विलास क्रूज चलाने वाली कंपनी अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज के अलावा कुछ दूसरी विदेशी क्रूज कंपनियां इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखा सकती हैं। इसलिए संभावनाएं तलाश रहे हैं।