BHOPAL. मध्यप्रदेश में 2 नए जिले बनाने की घोषणा सीएम शिवराज कर चुके हैं। मऊगंज और नागदा को नया जिला बनाया जाएगा, लेकिन इनका इंफ्रास्ट्रक्चर अब तक नहीं बन पाया है। अब भी आगर-मालवा के लोगों को शाजापुर और निवाड़ी के लोगों को टीकमगढ़ पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
सीएम शिवराज ने की थी घोषणा
सीएम शिवराज ने 2008 में ये घोषणा की थी कि मऊगंज को एक नया जिला बनाया जाएगा। 4 मार्च 2023 को सीएम ने फिर से कहा कि रीवा से अलग करके नया जिला मऊगंज बनाया जाएगा। इसके साथ ही 20 जुलाई को उज्जैन से अलग करके नागदा को प्रदेश का 54वां जिला बनाने की घोषणा की थी।
आगर-मालवा-निवाड़ी जिला तो बने पर विकास नहीं
बता दें कि 10 साल पहले शाजापुर से अलग होकर आगर-मालवा बनाया गया था, जहां पर फिलहाल नया कलेक्टर भवन बन गया है। हालांकि, जिला कोर्ट भवन अभी तक नई बिल्डिंग में शिफ्ट नहीं हुआ है। हाल ही में जिला अस्पताल जरूर बना है, लेकिन, वहां कोई सुविधाएं नहीं हैं। 5 साल पहले निवाड़ी जिले का उद्घाटन हुआ था। यहां पर जिला बनना शुरू हो गया है और ट्रेजरी दफ्तर बनाए जा रहे हैं। इन जगहों का विकास अब तक नहीं हुआ है। इस वजह से आगर-मालवा के लोगों को शाजापुर और निवाड़ी के लोगों को टीकमगढ़ पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
एमपी में 53वां जिला मऊगंज
एमपी के रीवा जिले से अलग करके 53वें जिले मऊगंज में हनुमना, नईगड़ी और देवतालाब तहसील शामिल की जाएगी। इस दौरान 1070 गांव होंगे। इस वक्त रीवा जिले में कुल 2817 गांव है। 12 तहसीलें, 857 पटवारी हल्के हैं। वहीं 42 राजस्व निरीक्षक मंडल हैं।
बीना और सिरोंज को जिला बनाने की मांग
नागदा को नया जिला बनाने पर विरोद किया गया। इसके साथ ही विदिशा की सिरोंज तहसील को जिला बनाने की मांग की जा रही है। सिरोंज को जिला बनाए जाने के लिए धरना हो रहा है। यही नहीं बल्कि सागर जिले में बीना को जिला बनाने की भी मांग चल रही है। सतना जिले के मैहर तहसील, छिंदवाड़ा जिले में पार्ढुना और गुना जिले से अलग चाचौड़ा जिला की भी मांग की जा रही है।