UDAYPUR. सब बदल डालने की तर्ज पर राजस्थान के उदयपुर के जंगलात (फोरेस्ट) विभाग में सरकार ने सारे ही अफसर बदल दिए हैं। दो डीएफओ को छोड़कर सबको इधर-उधर कर दिया है। राज्य सरकार ने भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अफसरों के किए तबादलों में उदयपुर के 7 अफसरों को बदला है जिनमें से चार को उदयपुर से बाहर भेजा है। खात बात यह है कि वन्यजीव विभाग में तो अब सभी नए अफसर हो गए हैं।
उदयपुर में ये अब वन विभाग प्रमुख पदों पर
आरके जैन: वन संरक्षक (प्रबोधन एवं मूल्यांकन) के पद से वन संरक्षक वन्यजीव का जिम्मा दिया है। साथ ही वन्यजीव के मुख्य वन संरक्षक का अतिरिक्त कार्यभार भी दिया है। जैन इस पद पर अगस्त 2020 से पदस्थ हैं। इससे पहले भी वे उदयपुर में रहे और 2019 में सवाईमाधोपुर में भी रहे हैं।
सुगनाराम जाट : उप वन संरक्षक डूंगरपुर से यहां उदयपुर में उप वन संरक्षक के पद पर पदस्थ किया गया है जहां पहले मुकेश सैनी थे। जाट डूंगरपुर से पहले उदयपुर संभाग में बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़, प्रतापगढ़ रह चुके हैं।
अरुण कुमार डी : सहायक वन संरक्षक सरिस्का बाद्य परियोजना से उप वन संरक्षक वन्यजीव के पद पर पदस्थ किया गया है। सरिस्का के बाद यहां स्थानांतरण हुआ है।
इनको यहां से बाहर भेजा
आर.के. खेरवा : वन्यजीव प्रभाग में वन संरक्षक के पद पर कार्यरत थे और अब इनको जयपुर में वन्यजीव का मुख्य वन संरक्षक पदस्थ किया गया है। खेरवा इस पद पर अगस्त 2020 से कार्यरत थे। वैसे वे जनवरी 2019 से उदयपुर में ही अलग-अलग पदों पर रहे थे।
अजय चित्तौड़ा : वन्यजीव प्रभाग में उप वन संरक्षक थे जिनको अब उप वन संरक्षक अजमेर भेजा गया है। जुलाई 2022 में यहां रहे और इससे पहले 2019 में उप वन संरक्षक (दक्षिण) रह चुके हैं।
मुकेश सैनी : उप वन संरक्षक के पद से इनको अब पीसीसीएफ जयपुर मुख्यालय पर उप वन संरक्षक आयोजना में भेजा गया है। ये जनवरी 2021 में यहां आए थे।
गौरव गर्ग : उप वन संरक्षक डीओडी को उप वन संरक्षक भीलवाड़ा भेजा गया है। जुलाई 2022 में यहां आए थे।