Bhopal. मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने अपनी ही सरकार और पार्टी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुछ दिन पहले ही उमा भारती ने खुदको सीएम की पहली लाड़ली बहना बताया था। वहीं अब अस्पतालों की दुर्दशा को लेकर अपनी नाराजगी प्रकट कर दी। एक के बाद एक सात ट्वीट करते हुए उमाभारती ने लिखा कि हमारी सभाओं पर करोड़ों खर्च हो रहे हैं, दूसरी तरह सरकारी अस्पतालों के बर्न यूनिट और आईसीयू में एसी नहीं हैं। गरीब, महिलाएं, बच्चे और मरीज गर्मी में तड़प रहे हैं। उन्होंने इस असमानता को शर्मनाक करार दिया है।
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विदिशा के स्मार्ट सिटी अस्पताल का दिया हवाला
उमा भारती ने मीडिया में विदिशा के जिला अस्पताल की हालत का हवाला दिया है। उन्होंने लिखा कि मैने अखबारों में विदिशा के जिला अस्पताल में बर्न और आईसीयू यूनिट में एसी नहीं होने की खबरें पढ़ीं। उमाभारती ने लिखा कि जब विदिशा का यह हाल है तो पूरे प्रदेश की हालत क्या होगी। बता दें कि पिछले दिनों अस्वस्थता के चलते उमा भारती ने बंसल अस्पताल और स्मार्ट सिटी अस्पताल में अपना इलाज कराया था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मैं अपना इलाज प्राइवेट अस्पताल में नहीं कराती, लेकिन मजबूरी के चलते ऐसे हालात बने कि प्राइवेट अस्पताल जाना पड़ा था।
शराब नीति को लेकर कर चुकी हैं परेशान
बीते करीब डेढ़ साल से उमा भारती ने प्रदेश सरकार को पहले शराब बंदी तो बाद में शराब नीति के लिए परेशान किया। उमाभारती की जिद का ही नतीजा है कि प्रदेश में अहाते बंद करवाए गए हैं। प्रदेश में जब चुनावी बयार जमकर बह रही है, उस वक्त उमाभारती का यह ट्वीट चर्चा का विषय बना हुआ है। राजनैतिक विश्लेषक बताते हैं कि उमाभारती बीजेपी की इतनी वरिष्ठ नेता हैं कि उन्हें आलाकमान भी किसी तरह की हिदायत न देना ही बेहतर समझता है।
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