Bilaspur. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सोमवार (3 जून) को अनोखा प्रदर्शन किया गया है। यहां वार्डवासियों ने कलेक्टोरेट के सामने शवयात्रा निकालकर विरोध किया है। यह प्रदर्शन भूमाफियाओं के खिलाफ किया गया है। सोमवार को श्मशान घाट के रास्ते पर भू माफियाओं द्वारा कब्जा किए जाने का विरोध करते हुए मोपका के वार्डवासियों ने हाई वोल्टेज प्रदर्शन किया।
क्या है पूरा मामला?
पुतले की शव यात्रा लेकर वार्ड के लोगों ने रैली निकाली, जिन्होंने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पूर्व उप सरपंच मोहन श्रीवास ने जानकारी देते हुए बताया की वार्ड नं 47 और 48 में रहने वाले वार्ड वासियों के लिए खसरा नंबर क्रमशः 1394 रकबा 0.32 एकड़ एवं खसरा नंबर 1993 रकबा 4.76 एकड़ भूमि श्मशान के लिए आरक्षित है। जहां इसमें दोनों वार्ड 47 और 48 का निस्तार मृत शरीर का दाह संस्कार एवं दफ़न का कार्य होता है।
मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन
वार्डवासियों का कहना है कि यह सदियों से चला आ रहा है पर वर्तमान में इस श्मशान घाट में जाने का रास्ता नहीं है। बिल्डरों द्वारा रास्ता बंद कर दिया गया है। शव ले जाने और आने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। श्मशान घाट में अवैध कब्ज़ा भी कुछ लोगो द्वारा किया जा रहा है। जिससे क्षेत्रवासियों के कफन दफन का कार्य नहीं हो आ रहा है, जिसको लेकर वार्ड के आक्रोशित लोगों ने जिला कलेक्टर सौरभ कुमार को ज्ञापन देकर उचित व्यवस्था करने आग्रह किया है उन्होंने 1 सप्ताह के अंदर मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।