JABALPUR. अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ (चिंतक एवं राष्ट्रवादी विचारक) का विवादास्पद बयान सामने आया है। उन्होंने जबलपुर में कहा कि भारत में जब तक एक भी मुसलमान है तब तक भारत पाकिस्तान का विभाजन अधूरा है। लेकिन, ऐसा कहने की किसी में भी हिम्मत नहीं है। वे एक व्याख्यानमाला में बोल रहे थे। कार्यक्रम में कुलश्रेष्ठ ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को संविधान निर्माता कहने पर भी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि अंबेडकर संविधान सभा में ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा कि संविधान बनाने में भीमराव अंबेडकर के अलावा भी बहुत सारे सदस्य संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य थे। बाकी सदस्यों का नाम नहीं लिया जाता है।
कई बयान रहे हैं विवादित
इसी साल फरवरी में पुष्पेंद्र ने कहा था कि देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को नहीं मिली थी। यह भारत के या ब्रिटेन के किसी डॉक्युमेंट में नहीं लिखा कि भारत 1947 को आजाद हुआ। यह केवल ट्रांसफर ऑफ पावर था। भारत का अंतिम वायसरॉय ही पहला गवर्नर जनरल बना। सी राजगोपालाचारी को गवर्नर जनरल बनाने से पहले ब्रिटेन से अनुमति लेनी पड़ी थी।
अजान हनुमान चालीसा विवाद पर दिया था बयान
जब देश में अजान को लेकर विवाद चल रहा था तो उन्होंन कहा था कि कोई अजान कर रहा है तो आप हनुमान चालीसा क्यों बजा रहे हैं। इसके पहले हनुमान चालीसा क्यों नहीं बजा रहे थे। अगर आपके अंदर हनुमान जी की भक्ति है तो आपने यह पहले क्यों नहीं किया था। आपकी आस्था और धर्म पहले कहां था।