DHAMTARI. छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क की मांग पूरी नहीं होने से लोगों में गुस्सा देखा जा रहा हैं। अब परेशान लोगों ने चुनाव के बहिष्कार चेतावनी दी है। मामला धमतरी जिले से मामला सामने आया है। जिले के 23 गांव के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। साथ ही इन लोगों ने अपने गांवों में ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के बैनर लगाए हैं। अब सभी ग्रामीण सड़क निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले 23 गांव के ग्रामीण पदयात्रा निकालने जा रहे हैं। इस यात्रा के रायपुर पहुंचने पर विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
कलेक्टर ने दिखाई गंभीरता, PWD अधिकारियों को दिए निर्देश
दरअसल, भारी बारिश के चलते धमतरी में सड़कों की हालत बदतर हो गई है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति कोलियारी-खरेंगा रोड की है, क्योंकि इस रास्ते पर 9 रेत खदान है। जिसको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने इस चुनाव में वोट नहीं करने की चेतावनी दी हैं। इसके साथ 23 गांवों में 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के बैनर भी लगाए गए है। वहीं, ग्रामीणों की चेतावनी को कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने गंभीरता से लेते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को खराब सड़कों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए है। इसके बाद पीडब्ल्यूडी ने धमतरी, कुरूद और नगरी ब्लॉक के 150 सड़कों के गड्ढों को भरने 20-20 लाख रुपए के 6 टेंडर जारी किया। निविदा के बाद ठेकेदारों के माध्यम से मरम्मत काम शुरू करा दिया है। विभागीय अफसरों के मुताबिक 1.20 करोड़ में जिलेभर के गड्ढों को भरा जाएगा।
23 गांव के ग्रामीण पदयात्रा कर पहुंचेंगे रायपुर, फिर घेरेंगे विधानसभा
जानकारी के अनुसार सड़क निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले 23 गांव के ग्रामीणों ने पदयात्रा निकाली, जो कोलियारी चौक से खरेंगा, दोनर, जोरातराई, कुरूद होते हुए रायपुर पहुंचेगी। जहां विधानसभा का घेराव होगा। इस पदयात्रा में ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल करने के लिए संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने गांव-गांव में पंपलेट बांटे हैं। इसके साथ अनाउंसमेंट भी कराया गया है। इसके अलावा 23 गांव में रोड नहीं तो वोट नहीं और विधानसभा चुनाव के बहिष्कार करने के स्लोगन लिखा बैनर लगाया है।
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सड़क बनवाने के लिए 20 साल से संघर्ष, लेकिन हालत जस की तस
समिति के संरक्षक दयाराम साहू ने बताया कि कोलियारी से जोरातराई तक की दूरी 33.10 किमी है। इतना लंबा मार्ग 23 गांवों से होकर गुजरता है। इस रास्ते पर कोलियारी, कानीडबरी, अमेठी, कलारतराई, परसुली, दर्री, खरेंगा, सारंगपुरी, देवपुर, दोनर, सेमरा, झुरा नवागांव, सिवनी, बारना, जोरातराई, सेलदीप मंदरौद, नवागांव शामिल हैं। इस रोड पर 5 साल में 17 लोगों की मौत हो चुकी हैं। सड़क बनवाने 20 साल से संघर्ष कर रहे, लेकिन सड़क नहीं बनी। अभी भी सड़कों की हालत जस की तस बनी हुई है।