Katni. कटनी में एक रिश्वतखोर पटवारी की शिकायत पर ट्रेप कार्रवाई करने पहुंची लोकायुक्त की टीम को उस वक्त कड़ी मशक्कत करना पड़ी जब घूसखोर पटवारी लोकायुक्त की टीम के दबिश देते ही रिश्वत के नोट चबाकर निगल गया। टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक यह प्रयास किया कि पटवारी को उल्टी हो जाए और कैमिकल लगे नोटों का कुछ हिस्सा ही बतौर सबूत उनके हाथ लग जाए। इसके लिए लोकायुक्त पुलिस के कर्मियों ने पटवारी को काफी देर तक उल्टी कराने का प्रयास किया लेकिन पटवारी एक नंबर ढीठ निकला, उसने भी तय कर लिया था कि चाहे जान चली जाए पर उल्टी नहीं करूंगा।
500 के 9 नोट निगले
बड़खेड़ा गांव निवासी चंदन सिंह लोधी ने शिकायत दी थी कि गांव में उसकी पुश्तैनी जमीन है जिसका सीमांकन कार्य कराने के एवज में पटवारी गजेंद्र सिंह 5 हजार रुपए की डिमांड कर रहा है। शिकायत का परीक्षण कराने के बाद लोकायुक्त पुलिस का एक दल शिकायतकर्ता के साथ कटनी तहसीली कार्यालय पहुंचा। शिकायत कर्ता को कैमिकल लगे 5 सौ के 9 नोट दिए गए थे। जैसे ही पटवारी ने रिश्वत की रकम अपने हाथ में ली लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी को घेर लिया, लेकिन शातिर पटवारी ने तत्काल सभी नोट गुड़ीमुड़ी कर मुंह में भर लिए। लोकायुक्त पुलिस के कर्मचारी उसका मुंह खुलवाने का प्रयास करते रहे लेकिन उसने पलक झपकते ही नोट निगल लिए।
डॉक्टरों ने कराया उल्टी कराने का प्रयास
लोकायुक्त की टीम पटवारी को लेकर जिला अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों से उसे उल्टी की दवा दिलवाई गई। लेकिन पटवारी पर दवा का असर कहां होने वाला था, वह ठानकर बैठा था कि उल्टी नहीं करेगा मतलब नहीं करेगा।
दर्ज हुआ मामला
लोकायुक्त की टीम पटवारी को रंग हाथों तो नहीं पकड़ पाई लेकिन लोकायुक्त टीम ने नोटों के कुछ टुकड़े जरूर जब्त किए हैं। इसके साथ ही पटवारी गजेंद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।